सुशील सलाम, कांकेर. नक्सल हिंसा से वीरान हो चुके गांव महला में पुलिस कैंप खुलने से अब ग्रामीण वापस गांव लौटने लगे हैं. वहीं पुलिस की पहल पर स्कूल का संचालन भी शुरू हो गया है. सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के तहत उजाड़ पड़े माध्यमिक शाला भवन का परतापुर पुलिस ने जीर्णोद्वार कराया. नए साल में इस स्कूल भवन का लोकार्पण एसपी शलभ सिन्हा, एएसपी पखांजूर धीरेंद्र पटेल ने बीएसएफ व पुलिस जवानों की उपस्थिति में किया.

कंडम भवन के चलते स्कूल भवन का उपयोग नहीं हो पा रहा था. पुलिस ने इस शाला भवन का जीर्णोद्धार कराया है. कांकेर पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने फीता काटकर शाला भवन का शुभारंभ किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सामुदायिक पुलसिंग कार्यक्रम के तहत शाला भवन की मरम्मत कराई गई. यह काम ग्रामीणों के सहयोग के बिना पूरा नहीं हो सकता था. इसका पूरा श्रेय स्थानीय ग्रामीणों को जाता है.


लोगों का सुरक्षा बल के प्रति बढ़ा विश्वास: एसपी
कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि वर्ष 2018 में सीओबी कैम्प महला को स्थापित किया गया. उसके बाद से ग्राम महला के लोग जो विस्थापित होकर पखांजूर में बसे थे वे अब वापस गांव लौटने लगे हैं. पुलिस बल एवं बीएसएफ ने क्षेत्र में लगातार गस्त, सर्चिंग, एम्बुशिंग कर क्षेत्र को सुरक्षित किया, जिससे इस गांव के लोगों का सुरक्षा बल के प्रति विश्वास बढ़ने लगा और पुनः अपने घर को वापस लौटने लगे, जिससे नक्सली भय से उजड़े ग्राम महला फिर से पुर्नस्थापित होने लगा.

नक्सलियों का गढ़ था ग्राम महला
ग्राम महला के ग्रामीण वापस अपने घरों में लौट कर बेहद खुशहाल हैं और धीरे-धीरे पुनः अपनी खेती-बाड़ी, घर द्वार साजने-संवारने में लगे हैं. ग्राम महला कभी नक्सलियों का गढ़ हुआ करता था. सुरक्षाबलों के लगातार प्रयास से यहां जन-जीवन सामान्य होने लगा है और यहां के लोग शिक्षा के साथ ही साथ विकास भी चाहते है. स्कूल भवन के जीर्णोद्धार हो जाने से ग्रामवासी, स्कूल के छात्र-छात्राएं और एवं शिक्षक खुश है.

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