प्रदीप गुप्ता,कवर्धा. संरक्षित बैगा जनजाति के 25 से अधिक लोगों को बैंगलोर में बंधक बनाये जाने का मामला प्रकाश में आया है. मिली जानकारी के अनुसार चार माह पूर्व पल्प नाम की जूस बनाने वाली कम्पनी ने इन सभी लोगों को 10 हजार रुपये वेतन देने का लालच देकर बैंगलोर आने कहा था. जिसके बाद संरक्षित बैगा जनजाति के 25 से अधिक लोग रोजगार के लिए बैंगलोर चले गये. लेकिन वहां पहुंचने के बाद इन सभी लोगों को बंधक बना लिया गया. बंधक बनाये गये ये सभी लोग पंडरिया क्षेत्र के रहने वाले है.

जान बचाकर वापस गांव पहुंची महिला

इसी बीच एक महिला वहां से भागने में कामयाब रही. यह महिला भागकर सीधे अपने गांव पहुंची जहां उसने परिजनों ​सहित गांव के लोगों को इस पूरी घटना से अवगत कराया. बाद में महिला गांव वालो के साथ एसपी आॅफिस पहुंची और अपनी आप बीती से एसपी को अवगत कराया साथ ही बैंगलोर में बंधक बनाकर रखे गये उनके अन्य साथियों को छुड़वाने के लिए गुहार भी लगाई.

बैंगलोर के लिए कल होगी टीम रवाना

घटना की जानकारी मिलते ही एसपी ने कहा है कि कल राजस्व श्रम विभाग की टीम के साथ एक पुलिस पार्टी बैंगलोर के लिए रवाना होगी.