चंडीगढ़। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के छह घंटे के राष्ट्रव्यापी ‘रेल रोको’ विरोध-प्रदर्शन के आह्वान पर पंजाब और हरियाणा में आज किसानों द्वारा रेल पटरियों को अवरुद्ध कर दिया गया, जिससे रेल सेवाएं प्रभावित हुईं हैं. लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को कैबिनेट से हटाने की अपनी मांग के समर्थन में किसान विरोध कर रहे हैं, जिसमें उनके बेटे आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी हैं.

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विरोध के कारण दोनों राज्यों में ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं. हालांकि, राज्यों में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है. किसान संघ भी तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग कर रहे हैं. एसकेएम ने सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक छह घंटे के राष्ट्रव्यापी ‘रेल रोको’ विरोध की घोषणा की थी. फिरोजपुर कस्बे में रेलवे ट्रैक नाकाबंदी के समय से एक घंटे पहले लागू हो गई.

 

पंजाब में विभिन्न स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात

किसानों के विरोध को देखते हुए कानून और अन्य व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरियाणा और पंजाब में विभिन्न स्थानों पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी देखी गई. राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण रेल नहीं चलने से सैकड़ों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. ट्रेनों के फंसे होने के कारण यात्री विभिन्न कस्बों और शहरों के रेलवे स्टेशनों पर फंसे हैं. लोगों को अन्य सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करने के लिए मजबूर होना पड़ा.

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एसकेएम ने रविवार को एक बयान में कहा कि यह बहुत स्पष्ट है कि केंद्र सरकार में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के साथ इस मामले में न्याय सुरक्षित नहीं किया जा सकता है. “उन्होंने अपने भाषणों में हिंदुओं और सिखों के बीच नफरत, दुश्मनी और सांप्रदायिक वैमनस्य को बढ़ावा दिया. यह उनके वाहन हैं, जो शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को कुचलने के लिए इस्तेमाल किए गए थे. उन्होंने अपने बेटे और सहयोगियों को तब भी बचाने की कोशिश की, जब पुलिस आशीष मिश्रा को समन जारी कर रही थी”.