मनोज सिंह ठाकुर, होशंगाबाद। शहर में आज बेटियों द्वारा पिता को कंधा और मुखाग्नि देकर बेटों का फर्ज निभाने का मामला सामने आया है। जब बेटियों ने पिता की अर्थी को कंधा दिया तो सबकी आंखें नम हो गई।
जानकारी के अनुसार बालागंज निवासी राजेन्द्र पेंटर विनोदिया 85 वर्ष का निधन हो गया। उनके परिवार में तीन बेटियां है। बेटे की एक दुर्घटना में लगभग 15 वर्ष पहले ही मृत्यु हो गई थी। बेटे की मृत्यु के बाद बेटियों ने ही अपने माता पिता की सेवा लड़कों की तरह किया। वहीं पिता ने भी अपनी तीनों बेटियों को बेटों की तरह लालन पालन किया। बेटियों को बेटों की तरह स्वतंत्रता से जीने की सीख दी। घर के अलावा बाहर के सभी काम बेटियां ही करती रही।
जब इन बेटियों के पिता के स्वर्गवास की खबर लगी तो पूरा मोहल्ला सकते में आ गया। सारे लोग घरों से निकलकर उनके घर पहुंचे और बेटियों को पिता का अंतिम दर्शन कर ढांढस बंधाया। बेटियों ने भी पिता की अंतिम इच्छा पूरी की। बेटियों ने ही पिता को कंधा दिया जिसे देख कर लोगों की आंखें नम हो गई। श्मशान घाट में छोटी बेटी ने ही पिता को मुखाग्नि दी।
मृतक के पड़ोसी प्रकाश शिवहरे ने बताया कि वे एसपीएम से रिटायर कर्मचारी थे। उनकी इच्छा थी कि बेटियां ही अर्थी को कंधा और मुखाग्नि दें। उनकी छोटी बेटी ने मुखाग्नि दी। परिवार और समाज के लोगों ने मृतक की अंतिम संस्कार की यह इच्छा पूरी की।
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