दिल्ली। भारत सरकार ने कई चाइनीज मोबाइल एप्स को बैन कर दिया। जिसके चलते इन्हें बनाने और चलाने वाली कंपनियों को तगड़ा झटका लगा है।
बैन होने वाले एप्स में सबसे ज्यादा चर्चा पबजी मोबाइल गेम की ही हो रही है। दरअसल, चीनी कंपनी टेनसेंट पबजी मोबाइल का स्वामित्व रखती है और इसकी सेहत पर पबजी के भारत में बैन होने से तगड़ा असर पड़ा है। भारत में पबजी की रेवेन्यू हिस्सेदारी पांच फीसदी से भी कम है लेकिन पबजी पर प्रतिबंध लगाने से कंपनी को तगड़ा झटका लगा है। अब कंपनी को इससे उबरने का रास्ता नहीं सूझ रहा है।
गौरतलब है कि भारत में पबजी के बैन होने से टेनसेंट का बाजार पूंजीकरण लगभग 2.50 लाख करोड़ रुपये कम हो गया है। जो इस साल की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले कंपनी को तब झटका लगा था जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उसके एप वीचैट पर प्रतिबंध लगाया था। उस दौरान कंपनी को 4.81 लाख करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। पबजी के 2020 तक भारत में सबसे ज्यादा यूजर्स थे। दुनिया के कुल यूजर्स में से भारत के 24 फीसदी यूजर्स हैं, वहीं चीन में 16 फीसदी है जबकि अमेरिका में यूजर्स का आंकड़ा 6.4 फीसदी है।