रायपुर. सीएम साय आज IIM रायपुर में आयोजित 2 दिवसीय पब्लिक लीडरशिप प्रोग्राम में शामिल होने पहुंचे. इस कार्यक्रम में नीति निर्माता, शिक्षाविद द्वारा विधायकों को मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी जाएगी. आयोजन के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल भी यहां मंत्रियों के लिए चिंतन शिविर आयोजित किया गया था, और इस साल विधायकगण भी 2 दिन तक यहां प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. उन्होंने बताया कि कांग्रेस हो या भाजपा, सभी का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के विकास के लिए काम करना है. इस कार्यक्रम में AI तकनीक के उपयोग पर भी विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी जाएगी.

सीएम साय ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का किया जिक्र

सीएम साय ने अपने उद्बोधन में सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि डॉक्टर साहब पार्षद से विधायक बने. हम सरपंच से विधायक बने. डॉक्टर साहब का सरल स्वभाव है. हम आज तक उन्हें कठोर होते नहीं देखे हैं. अब भी वे काम कर रहे हैं. 15 साल वो सीएम के रूप में काम करते हैं. कभी-कभी वे क्रोधित होते हैं, लेकिन शांत हो जाते हैं. उन्होंने 15 वर्ष में छत्तीसगढ़ का विकास किया है. छत्तीसगढ़ से भूख को भगाया है. PDS की अच्छी व्यवस्था दी, जिसके चलते भूख भागी है.

सीएम साय ने साझा की अविभाजित मध्यप्रदेश की यादें

इसके बाद उन्होंने नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत का जिक्र करते हुए अविभाजित मध्यप्रदेश की यादें साझा की. उन्होंने कहा कि चरणदास महंत के साथ लंबी राजनीति करने का अनुभव हुआ है. आप विपक्ष के विधायक है. और हम पक्छ में लेकिन हमेशा सम्मान दिया है. कई बार अविभाजित मध्य प्रदेश में हम लोग बाथ रूम जाते थे. तो वे गुड़ाखू घसते रहते थे. पता नहीं अभी घसते है या नहीं.. पिछले साल भी हमने विधायकों के लिए यह कार्यक्रम किया था. विकास के लिए नीति निर्धारण का काम हमने किया है. 

पब्लिक लीडरशिप प्रोग्राम को लेकर सीएम साय का बयान

मुख्यमंत्री ने कहा कि पब्लिक लीडरशिप प्रोग्राम का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के विकास में योगदान देने के लिए विधायकों को सक्षम बनाना है. उन्होंने यह भी कहा कि सुब्रमण्यम का छत्तीसगढ़ के बजट निर्माण में बड़ा योगदान है और विकास की दिशा में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.

इस कार्यक्रम में विधायकों के अनुभव पर भी चर्चा हुई. मुख्यमंत्री ने पुन्नू लाल जी का उदाहरण देते हुए कहा कि वह सरपंच से विधायक बनने तक की यात्रा पर हैं और उनके पास 33 कोटि देवी देवताओं की मूर्तियों के साथ बाइबल और कुरान भी रखी होती हैं. सीएम साय ने कहा कि चाहे भाजपा हो या कांग्रेस, सभी का उद्देश्य छत्तीसगढ़ का विकास करना है.

सीएम साय ने मीडिया और सुशासन पर भी बात की

मुख्यमंत्री ने मीडिया के महत्व को बताया और कहा कि मीडिया एक बड़ा माध्यम है, जिसके जरिए हम अपने कार्यों को जनता तक पहुंचाते हैं. इसके साथ ही, उन्होंने छत्तीसगढ़ के सुशासन मॉडल की चर्चा की, जिसमें सभी सरकारी दफ्तरों को ऑनलाइन किया जा रहा है और जल्द ही मंत्रालय भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करेंगे.

योगा से मिलती है फुर्ती: सीएम साय

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान योगा के महत्व को भी बताया और कहा कि जो लोग योग करते हैं, उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से फुर्ती मिलती है. उन्होंने विधायकगण से योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का आग्रह किया.

डॉ. रमन सिंह का उ्दबोधन:

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने लीडरशिप प्रोग्राम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में सभी सदस्य लगभग 1 महीने तक सक्रियता के साथ शामिल रहे और इसके तुरंत बाद इस दो दिवसीय आयोजन में आप सभी की उपस्थिति प्रशंसनीय है. उन्होंने कहा आप लोग सोच रहे होंगे कि जीतने के बाद हमारा प्रशिक्षण क्यों? जीतने के बाद हमारी जिम्मेदारी और भूमिका बढ़ जाती है, इसलिए हमें लगातार सीखते रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें केवल अपने क्षेत्र के लिए नहीं बल्कि  छत्तीसगढ़ की बेहतरी के लिए कार्य करना है. 

डॉ. सिंह ने कहा कि हम अपने आसपास के परिवेश और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य के प्रति कितने सजग है,  जनप्रतिनिधि के रूप में आपको सफल बनाने में यह तथ्य महत्वपूर्ण होगा. उन्होंने कहा कि आपके पास अपने विधानसभा क्षेत्र की छोटी से छोटी जानकारी होनी चाहिए. डॉ. सिंह ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल से जुड़े कई अनुभव साझा किए और जनता से व्यवहार, जुड़ाव और उनका भरोसा जीतने को लेकर अपने विचार व्यक्त किए.

चरणदास महंत का उद्बोधन:

नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास मंहत ने कहा विधायक बनते ही हम लीडर बन गये, ऐसा सोचना गलत धारण होगी. लीडर बनना एक प्रक्रिया है और हमें यह सीखना होगा. उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों से निकलकर जशपुर का एक आदिवासी बेटा आज मुख्यमंत्री बना है, यह हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती और ताकत है. हम सभी का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ की उन्नति है और इसी को लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है.