Pukhraj Kon Pehne: पुखराज का संबंध देवताओं के गुरु बृहस्पति से माना जाता है. बृहस्पति को धन और ज्ञान का कारक माना जाता है. इसलिए पुखराज धारण करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है. बाजार में सीलोन पुखराज सर्वोत्तम है. लेकिन ये थोड़ा महंगा है. पुखराज को अंग्रेजी में येलोफायर कहा जाता है.

पुखराज पहनने से धन और समृद्धि आती है. पुखराज धारण करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. साथ ही पुखराज पहनने से करियर और बिजनेस में उन्नति मिलती है. इसके अलावा जो लोग ज्योतिष, अध्यात्म या शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं वे पुखराज पहन सकते हैं. पुखराज धारण करने से मान-प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है.

ये लोग पहन सकते हैं (Pukhraj Kon Pehne)

जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति उच्च या शुभ स्थिति में हो तो वे पुखराज पहन सकते हैं. मीन और धनु राशि के लोग पुखराज पहन सकते हैं. क्योंकि इन दोनों राशियों का स्वामी बृहस्पति है. तुला राशि के जातक पुखराज पहन सकते हैं, क्योंकि बृहस्पति आपके पंचम भाव का स्वामी है. अतः पुखराज आपका कारक रत्न है. अत: पुखराज धारण करना आपके लिए शुभ हो सकता है. यदि कुंडली में बृहस्पति नकारात्मक स्थिति में हो तो पुखराज पहनने से बचना चाहिए. पुखराज के साथ मोती और टाइगर रत्न से भी बचना चाहिए.

इस विधि से धारण करें

बाजार से कम से कम 7 से 8.25 रत्ती पुखराज खरीदना चाहिए. इसके अलावा पुखराज को चांदी या सोने की धातु में भी धारण किया जा सकता है. गुरुवार के दिन पुखराज धारण करना शुभ माना जाता है. पहनने से पहले अंगूठी को गंगाजल या दूध से साफ कर लें. इसके बाद अंगूठी को दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली में पहना जा सकता है.

किन लोगों को नहीं करना चाहिए पुखराज धारण

ज्योतिष के अनुसार, वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि के जातकों को पुखराज रत्न धारण नहीं करना चाहिए. इसके अलावा, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह नीच स्थिति में हो, तो भी पुखराज पहनने से बचना चाहिए. पुखराज के नकारात्मक प्रभाव के कारण विवाहित जीवन, धन हानि, अपयश, और शिक्षा में समस्याएं आ सकती हैं.

नोट: किसी भी रत्न को धारण करने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह लेने से कर्म के अनुसार फल मिलेगा. संदेश न्यूज़ किसी भी अंधविश्वास का समर्थन नहीं करता है.