रायपुर। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पुनिया पर तीखा हमला बोला है. कौशिक ने पुनिया को लेकर कहा है कि कांग्रेस के प्रभारी आते हैं और चले जाते हैं. पहले नारायण सामी और हरिप्रसाद आये थे और अब पुनिया आ गए हैं. पहले दो प्रभारी असफल होकर जा चुके है अब पुनिया भी परास्त होकर जाएंगे. उन्होंने कहा कि नारायण सामी ने अजय चंद्राकर पर आरोप लगाया था लेकिन बाद में सार्वजनिक माफी मांगी थी.

धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस प्रभारी का छत्तीसगढ़ आकर आरोप लगाना और आरोप लगाकर भागना ही मूल काम है. कांग्रेस नख से सिर तक भ्रष्टाचार में डूबी है इसी वजह से 44 सीटों में सिमट गए हैं. पुनिया को भी हम परास्त प्रभारी कह सकते हैं.

कौशिक भाजपा सरकार का प्रदेश में 14 साल पूरा होने पर प्रेसवार्ता लिए. जिसमें उन्होंने कांग्रेस और प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया को लेकर ये बाते कहीं

नक्सलवाद के खिलाफ सरकार गंभीरता से काम कर रही है

धरमलाल कौशिक ने नक्सलवाद पर कहा कि रमन सरकार चाहती तो बिना नक्सलियों को छेड़े सरकार चला सकती थी लेकिन मुख्यमंत्री ने नक्सलवाद के खात्मा का दृढ़ लक्ष्य लेकर काम शुरू किया है. झीरम घाटी नक्सल हमले पर खुद सरकार चाहती है मामले पर निष्पक्ष जांच हो.

14 सालों में बदली छत्तीसगढ़ की तस्वीर

कौशिक ने कहा कि बीते 14 साल में छत्तीसगढ़ ने भारी तरक्की की है यहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव था, लेकिन बीजेपी सरकार ने प्रदेश को विकास की दिशा में आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. प्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदली दिखाई दे रही है. महिलाओं, युवा किसानों, वनवासियों सभी का विकास हुआ है. उन्होंने कहा कि मैं सीएम को धन्यवाद दूंगा कि उन्होंने आदिवासियों के विकास के लिए काम किया. विधानसभा में 32 फीसदी आरक्षण दिया. सरगुजा और बस्तर प्राधिकरण के गठन किया. इससे बड़ा लाभ मिला. प्राधिकरण के माध्यम से असाध्य पम्पों के लिए पैसा दिया गया. अनुसूचित जाति जनजाति के बंधुओं को मुफ्त में पम्प कनेक्शन दिया गया. उनके जीवन में बड़ा बदलाव लाया है.

कौशिक ने दावा किया कि बस्तर और सरगुजा में शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति हुई है. दोनों संभाग में सरकार ने मेडिकल कॉलेज दिया. दंतेवाड़ा, सुकमा जैसे जगहों पर उल्लेखनीय प्रगति हुई. आदिवासी वर्ग को 3 लाख 77 हजार पट्टे दिए गए. धान की तर्ज पर वनोपज की खरीदी सपोर्ट प्राइज पर खरीदने का निर्णय सरकार ने लिया. आज 2500 रुपये मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता की खरीदी सरकार कर रही है. दिल्ली में निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था सरकार ने की, जहां आदिवासी क्षेत्रों के बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में आगे बढ़कर शामिल हो सके.

उन्होंने कहा कि वह दिन भी याद है जब सुकमा और बीजापुर जाने में घंटों लगते थे. सड़क कनेक्टिविटी नहीं थी लेकिन आज शानदार सड़कें बन गई है. जहां सड़कों का निर्माण नहीं हो रहा था वहां भी सुविधाएं पहुंचाने में सरकार सफल हुई है. बस्तर में 40 करोड़ रुपये की लागत से कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा रहा है. इन 14 सालों में सरकार ने  70 हजार कन्याओं का कन्यादान योजना के तहत विवाह कराया.