पंजाब में नशे के खिलाफ अभियान को और सशक्त करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक नया कदम उठाया है. उन्होंने एंटी नारकोटिक्स फोर्स का गठन किया है, जिसमें 322 पुलिसकर्मियों को नियुक्त किया जाएगा. इस फोर्स का नेतृत्व एडीजीपी रैंक का एक अधिकारी करेगा, जिसकी नियुक्ति अभी बाकी है.

यह फोर्स राज्य में ड्रग्स के हॉट स्पॉट का पता लगाने और तस्करी के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए काम करेगी. विशेष रूप से, यह फोर्स पाकिस्तान बॉर्डर से सटे जिलों और गांवों में नशे के बढ़ते चलन को रोकने के लिए सक्रिय होगी. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह फोर्स अन्य राज्यों की पुलिस के साथ इनपुट साझा कर ड्रग्स नेटवर्क को खत्म करने में मदद करेगी.

anti narcotics task force punjab

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मोहाली में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का उद्घाटन किया है. इसका मुख्यालय मोहाली में स्थित होगा, जहां से यह फोर्स पूरे राज्य में अपने अभियान को संचालित करेगी. यह फोर्स नशा तस्करों और उनके नेटवर्क से जुड़ी जानकारी जुटाकर फील्ड में और राज्य की विभिन्न जिला पुलिस इकाइयों को सूचित करेगी ताकि तस्करों को पकड़ा जा सके. जिस तरह एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) गैंगस्टरों पर कार्रवाई करती है, उसी प्रकार यह एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स केवल नशा तस्करों पर कार्रवाई करेगी. मुख्यमंत्री भगवंत मान इस फोर्स की निगरानी करेंगे और हर महीने इसकी प्रगति की समीक्षा करेंगे, ताकि राज्य में नशे के खात्मे की दिशा में उठाए गए कदमों की प्रभावशीलता सुनिश्चित की जा सके.