शिरोमणी अकाली दल ने प्रदेश की चार सीट पर होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव में अपने प्रत्याशी न उतारने का फैसला किया है। यह फैसला पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में लिया गया। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही अकाल तख्त साहिब से यह आदेश आया था कि सुखबीर सिंह बादल इन उपचुनाव में प्रचार का हिस्सा नहीं हो सकते। इसके बाद शिअद ने यह फैसला लिया है कि वह इन उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगा।

दो घंटे से ज्यादा चली बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि शिअद शुरू से ही अकाल तख्त साहिब जी का पूरा सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि अकाल तख्त साहिब द्वारा जो निर्णय लिया गया है। पार्टी उसे मानते हुए किसी भी सीट पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी और इन उपचुनाव से दूर रहेगी। ज्ञात रहे कि यह 1992 के बाद पहला अवसर है जब शिअद ने प्रदेश में होने वाले किसी चुनाव में प्रत्याशी न उतारने का निर्णय लिया है।

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की कोर कमेटी की बैठक में भाजपा-आप पर गंभीर आरोप लगाए गए। पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि जिस तरह दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और हरियाणा में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भंग करने को लेकर साजिशें रची गईं, उसी तरह अब केंद्र की भाजपा सरकार, आरएसएस और पंजाब की आम आदमी पार्टी एसजीपीसी पर कब्जे के लिए साजिशें रच रही हैं। चीमा ने कहा कि इसको लेकर उनके पास पुख्ता सबूत भी हैं।

इस सीटों पर होने हैं उपचुनाव

पंजाब की गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और बरनाला विधानसभा सीट पर उपचुनाव हैं. चार विधानसभा सीट पर उपचुनाव की जरूरत इन सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायकों के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने की वजह से पड़ी है.

किन-किन नेताओं के चुनाव से खाली हुई सीटें ?

कांग्रेस के अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के लुधियाना से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद गिद्दड़बाहा सीट खाली हो गई थी. संगरूर लोकसभा सीट से आप के गुरमीत सिंह हेयर के जीतने के बाद बरनाला सीट खाली हो गई थी. उन्होंने 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में बरनाला सीट जीती थी. डेरा बाबा नानक सीट गुरदासपुर से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद कांग्रेस के सुखजिंदर सिंह रंधावा ने खाली की थी. कांग्रेस विधायक रहे और आप में शामिल हुए राज कुमार चब्बेवाल के होशियारपुर से लोकसभा के लिए चुने जाने के कारण चब्बेवाल सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी.

25 अक्टूबर- नामांकन की आखिरी तारीख

इन चारों विधानसभा क्षेत्रों में मतदान 13 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है और नामांकन पत्रों की जांच 28 अक्टूबर को होगी. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है.