अमृतसर. तीसरा बजट पेश करने वाले वित्तमंत्री चीमा ने बेहतर वित्तीय प्रबंधन कर अब तक की बकाया बिजली सब्सिडी का भुगतान तो किया ही साथ ही गन्ना किसानों के बकाए का भुगतान पूरा किया. इसके अलावा कई स्तर पर अध्यापकों के वेतन में बढ़ोतरी की जबकि 40 हजार से अधिक नौकरियां देने के लिए उनके वेतन का भी इंतजाम किया है.


वित्तमंत्री ने स्कूल आफ हैप्पीनेस और स्कूल आफ ब्रिलियंस जैसी कई बेहतर घोषणाएं की हैं वहीं वित्तमंत्री वित्तमंत्री ने बढ़ते कर्ज पर चिंता जरूर जताई और कहा कि राजस्व प्राप्तियों को बढ़ाकर कर्ज को कम किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बजट में राजस्व घाटा 23, 198 करोड़ रुपये है और प्रभावी बकाया कर्ज 3,53,599 करोड़ रुपएतक पहुंच गया है. हरपाल सिंह चीमा ने इस बात पर भी अफसोस जताया कि केंद्रीय योजनाओं में मिलने वाली राशि को केंद्र सरकार रोक रहा है.

उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, ग्रामीण विकास निधि, मंडी विकास निधि और राज्य में पूंजी निवेश के लिए दी जाने वाली विशेष सहायता के 8,000 करोड़ रुपये रोक रखे हैं. वित्तमंत्री के इस बयान को बजट में भी देखा जा सकता है. बजट में केंद्रीय ग्रांट्स से इस बार 11748 करोड़ रुपए मिलने का दावा किया गया है जबकि पिछले दो वर्ष यह क्रमवार 20735 करोड़ और 17530 करोड़ रुपए मिले हैं.