दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर पंजाब के CM भगवंत मान ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोला है। केजरीवाल के घर से मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा अपने सभी विरोधियों को परेशान कर रही है। भाजपा की तरफ से विरोधियों को झूठे केसों में फंसाया जा रहा है, तांकि चुनाव प्रचार ना किया जा सके।


इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को तो गिरफ्तार कर लोगे पर उनकी सोच को कैसे कैद करोगे… अरविंद केजरीवाल एक व्यक्ति नहीं एक सोच है और हम अपने नेता के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। सी.एम. मान ने कहा कि जहां बीजेपी की सरकार नहीं है वहां राज्यपाल के जरिए सरकार को परेशान किया जा रहा है और उनमें से मैं भी परेशान हूं, केजरीवाल जब भी दिल्ली में कोई काम करते हैं तो राज्यपाल उसमें हस्तक्षेप करते हैं और केंद्र सरकार पंजाब में भी यहीं कर रही है। पंजाब के करोड़ों रुपए केंद्र ने रोक रखे हैं, क्योंकि भाजपा पंजाब से नफरत करती है।

उन्होंने कहा कि मैं अभी केजरीवाल जी के परिवार से मिलकर आया हूं, बच्चों की परीक्षाएं हैं लेकिन पुलिस किसी को अंदर नहीं आने दे रही है,इसमें बच्चों का क्या कसूर है? उन्होंने कहा कि केंद्र वाले ई.डी. सुप्रीम कोर्टं और नीति आयोग किसी की नहीं सुनते. ये बहुत ही निंदनीय है। वहीं 26 जनवरी और 15 आगस्त को पंजाब की झांकी ना पेश करने पर भी मुख्यमंत्री ने कहा How Dare You… ? क्योंकि सबसे ज्यादा कुर्बानी देश के लिए पंजाबियों ने दी है। लेकिन पंजाब को ही छोड़कर केंद्र की सरकार 26 जनवरी और 15 आगस्त मना रही है।

बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कल उनकी गिरफ्तारी के बाद आज राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाया गया। इसके लिए कोर्ट परिसर के साथ-साथ कोर्ट की तरफ जाने वाले रास्तों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई। ईडी ने 10 दिन की कस्टडी की मांग रखी है। ऐसे में अब सीएम केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दिल्ली की आबकारी नीति 2021-22 में कथित घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही ईडी सीएम केजरीवाल को अब तक नौ समन जारी कर चुकी है। गुरुवार को ईडी की टीम 10वां समन लेकर उनके घर पहुंची थी। इतने समन जारी करने के बाद भी केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। इस बीच केजरीवाल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। हाईकोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था।