नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की. सीएम चन्नी और पीएम मोदी के बीच बैठक करीब एक घंटे तक चली. 20 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह पहली मुलाकात है.

चन्नी ने पीएम से जल्द खरीदी शुरू करवाने के लिए कहा

 

सीएम चन्नी ने पीएम मोदी को बताया कि पंजाब में धान खरीदी सीजन शुरू हो रहा है. पहले एक अक्टूबर से खरीदी शुरू होती थी. अब 10 अक्टूबर से शुरू हो रही है. चन्नी ने पीएम से जल्द खरीद शुरू करवाने के लिए कहा है. पीएम ने इस बारे में बात कर मुद्दे को हल करने का भरोसा दिया है.

नॉन पॉलिटिकल पार्टी बना सकते हैं अमरिंदर, बीजेपी ज्वाइन करने से किया था इनकार

 

तीनों कृषि सुधार कानून खत्म करने की मांग

 

चरणजीत चन्नी ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी से कृषि सुधार कानून के झगड़े को खत्म करने के लिए कहा. पीएम ने कहा कि वो भी इसका हल निकालना चाहते हैं. चन्नी ने कहा कि मैंने पीएम से तीनों कृषि सुधार कानून खत्म करने के लिए कहा है. मैंने उन्हें बताया कि पंजाब में किसान और खेत मजदूरों से ही इकॉनमी चलती है, इसलिए इसके बारे में जल्द फैसला किया जाए. दरअसल, सीएम पद की शपथ लेने के बाद कई बार उन्होंने कहा है कि वह केंद्र से कृषि कानूनों को जल्द वापस लेने की मांग करते हैं. ऐसा नहीं होने पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाएगा.

Navjot Singh Sidhu Resign: कई मुद्दों पर बनी सहमति, लेकिन सिद्धू के इस्‍तीफे पर सोनिया करेंगी फैसला

 

मुलाकात से पहले सूत्रों ने बताया था कि चरणजीत सिंह चन्नी पीएम मोदी से उस पत्र को वापस लेने की मांग करेंगे, जिसमें एक अक्टूबर से राज्य में धान की खरीद प्रक्रिया को स्थगित करने को कहा गया है. धान की सरकारी खरीद सामान्य तौर पर एक अक्टूबर को शुरू होती है. उन्होंने गुरुवार को इस मामले में प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की थी.

 

करतारपुर कॉरिडोर को खोलने की मांग

 

इसके अलावा भारत-पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर को खोलने की मांग की है, ताकि श्रद्धालु गुरूघर के दर्शन कर सकें. यह कोविड की वजह से बंद हो गया था. इसके अलावा कुछ ऑर्गेनिक खेती को लेकर भी पीएम से चर्चा की है.

 

पंजाब कांग्रेस में कलह

 

चरणजीत सिंह चन्नी कांग्रेस हाईकमान से भी मिल सकते हैं. इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू से हुई बातचीत का ब्योरा दे सकते हैं. दरअसल, चन्नी सरकार के फैसले से नाराज होकर नवजोत सिंह सिद्धू ने 28 सितंबर को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद 30 सितंबर को चन्नी और सिद्धू के बीच दो घंटे तक लंबी बैठक चली थी.

 

सिद्धू ने DGP इकबालप्रीत सहोता को हटाने की मांग की थी. सरकार का कहना है कि उन्हें सिर्फ एडिशनल चार्ज दिया गया है और कागजों में दिनकर गुप्ता ही DGP हैं, लेकिन वे अभी छुट्‌टी पर हैं. CM चरणजीत चन्नी से सिद्धू की मीटिंग के बाद 10 नाम UPSC को भेज दिए गए हैं. वहां से 3 नाम फाइनल होंगे, उनमें से कोई एक DGP बनाया जाएगा.

 

नॉन पॉलिटिकल पार्टी बना सकते हैं अमरिंदर, बीजेपी ज्वाइन करने से किया था इनकार

 

श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और उससे जुड़े गोलीकांड के केसों की जांच के लिए बनेगी टीम

नए एडवोकेट जनरल (AG) एपीएस देयोल को हटाना एकदम संभव नहीं है. गवर्नर की तरफ से नोटिफिकेशन जारी होने के बाद उन्हें नियुक्त किया गया है, इसलिए सिद्धू की मांग को देखते हुए रास्ता निकाला गया है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और उससे जुड़े गोलीकांड के केसों की जांच के लिए सरकार नई टीम तैयार करेगी.

 

पंजाब के अगले DGP के लिए भेजे गए 10 नाम

 

पंजाब के अगले DGP के लिए भेजे गए 10 नामों में सिद्धार्थ चट्‌टोपाध्याय, दिनकर गुप्ता, वीके भावरा, एमके तिवारी, प्रबोद कुमार, रोहित चौधरी, इकबालप्रीत सहोता, संजीव कालड़ा, पराग जैन और बीके उप्पल शामिल हैं.

Navjot Singh Sidhu to Resume Work; Deadlocks Broken on Key Postings

 

कल हुई मीटिंग में मुख्यमंत्री के अलावा नवजोत सिद्धू, शिक्षा मंत्री परगट सिंह और पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक हरीश राय चौधरी बैठक में मौजूद रहे. सिद्धू के इस्तीफे के लगभग 56 घंटे बाद विभिन्न मुद्दों के हल के लिए जो रास्ता निकाला गया है, उस पर अमल करना आसान नहीं होगा.

26,727 Infections Logged; 89 Crore Beneficiaries Immunized

 

फार्मूले पर अमल आसान नहीं, विवाद खत्म हुआ या नहीं, संशय बरकरार

 

वहीं सिद्धू ने अपना इस्तीफा वापस नहीं लिया है. सूत्रों का कहना है कि फिलहाल वह प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे, क्योंकि सिद्धू ने सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा है, इसलिए इस्तीफा रद्द करने का फैसला पार्टी हाईकमान पर छोड़ दिया गया है. इसलिए अभी विवाद खत्म हो गया है, इसे लेकर संशय है.