Punjab Floods 2025: रुपर. पंजाब में पिछले कई दिनों से हो रही बाढ़ ने कई जिलों में भारी तबाही मचाई है. इस संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में पंजाब का दौरा किया था. इसी क्रम में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने रुपर जिले के आनंदपुर साहिब और नंगल से सटे बाढ़ प्रभावित गांवों का शनिवार को दौरा किया. दौरे के बाद रविवार को रुपर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ. मुरुगन ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया.
डॉ. मुरुगन ने बताया कि उनकी ड्यूटी रुपर जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने और स्थिति का जायजा लेने की थी. उन्होंने शाहपुर बेला, हरिवाल, भानू पाली, बेला ध्यानी और नंगल सहित कई गांवों का दौरा किया, जहां प्रभावित किसानों, ग्रामीणों और स्थानीय नागरिकों से सीधे मुलाकात की. उन्होंने कहा कि बाढ़ ने कृषि, परिवहन, जल निकासी और दैनिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. ग्रामीणों ने जहां राहत कार्यों की सराहना की, वहीं उन्होंने भविष्य में ऐसी बाढ़ से निपटने के लिए स्थायी समाधान की जोरदार मांग की.
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Punjab Floods 2025
Punjab Floods 2025. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि गांवों के दौरे के बाद उन्होंने जिला उपायुक्त वरजीत वालिया, एसएसपी गुलनीत सिंह, विधायक दिनेश चड्ढा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द एक रिपोर्ट तैयार की जाए, जिसमें सतलुज नदी और अन्य नदियों को चैनलाइज करने जैसे स्थायी उपायों का जिक्र हो. डॉ. मुरुगन ने कहा कि केंद्र सरकार की प्राथमिकता तत्काल राहत प्रदान करना, प्रभावित परिवारों की शिकायतों का निवारण और दीर्घकालिक समाधान सुनिश्चित करना है.
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ. मुरुगन ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर भी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि जब पंजाब के लोग भारी तबाही का सामना कर रहे थे, तब मुख्यमंत्री तमिलनाडु में तीन दिनों तक क्या कर रहे थे? यह बयान राजनीतिक विवाद को हवा दे सकता है.
Punjab Floods 2025. पंजाब में अगस्त 2025 से हो रही बाढ़ को 1988 के बाद सबसे भयावह माना जा रहा है. 23 जिलों में 1400 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं, जहां 3.5 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं. 30 से अधिक मौतें हो चुकी हैं, और फसलें बर्बाद होने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. केंद्र सरकार ने राहत कार्यों के लिए विशेष सहायता की घोषणा की है, जबकि राज्य सरकार ने प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ 20,000 रुपये और मृतक परिवारों को 4 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है.
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