लुधियाना. मुख्यमंत्री भगवंत मान का प्रयास अगर कामयाब रहा तो आने वाले नए सैशन से सरकारी स्कूलों में कोई भी बच्चा जमीन पर बैठकर पढ़ाई करता नहीं दिखेगा, बल्कि विद्यार्थी डैस्कों पर बैठ ही पढ़ाई करेंगे। क्योंकि मुखयमंत्री द्वारा पिछले दिनों एक सरकारी स्कूल में की गई औचक विजिट के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी भी हरकत में आ गए हैं और सरकारी स्कूलों की दशा को सुधारने के लिए चल रहे प्रौजैक्टों में ओर तेजी लाई जा रही है।

सूत्रों की मानें तो विभाग के शीर्ष अधिकारी इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वास्त हो चुके हैं कि मुखयमंत्री कभी भी किसी सरकारी स्कूल में पहुंच सकते हैं। ऐसे में अधिक से अधिक स्कूलों में विधार्थियों को बुनियादी सुविधाएं पूरी करने की ओर अधिकारियों का ध्यान है। जानकारी के मुताबिक राज्य में भगवंत मान सरकार के बनने के बाद से ही सरकारी स्कूलों व इनमें पढ़ने वाले विधार्थियों को सुविधाएं देने के लिए सरकार के अपने खजाने का मुंह पूरी तरह से खोला हुआ है।

ऐसे में स्कूलों को समय समय पर फंड भी जारी किए जा रहे हैं ताकि किसी तरह की कोई कमी न रहे। अब शिक्षा विभाग का लक्ष्य सरकारी स्कूलों में जमीन पर बैठकर पढ़ाई कर रहे विधार्थियों को डैस्कों की उपलब्धता करवाना है जिसके लिए सभी स्कूलों से डैस्कों की डिमांड मांगी गई है। बात अगर पहले के हालातों की करें तो कई बार तो राज्य के सरकारी स्कूलों में बच्चों को जमीन पर बैठ परीक्षाएं देने के लिए भी मजबूर होना पड़ता है।

इस बारे डायरैक्टर जनरल ऑफ स्कूल एजुकेशन द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी पत्र में कहा गया है कि राज्य भर के सभी सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को और बेहतर बनाने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किया जा रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के आदेशानुसार 31 मार्च 2024 के बाद कोई भी सरकारी स्कूल का बच्चा बिना बेंच के जमीन पर नहीं बैठेगा। इसी बात को ध्यान में रखते हुए राज्य भर के समूह जिलों से स्कूलों में बच्चों के बैठने के लिए बैंचों की डिमांड मांगी गई है। अगर किसी स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए बैंच की डिमांड है तो उसे 23 दिसंबर दोपहर 3:00 बजे तक हेड ऑफिस को भेजनी होगी।