पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य के विकास के लिए लगातार कदम उठा रहे हैं. वर्तमान में, सीएम मान मुंबई में हैं और वहां कारोबारियों से मुलाकात कर रहे हैं. इसी बीच, पंजाब में दोपहिया और चार पहिया वाहनों को लेकर एक महत्वपूर्ण खबर आई है.

अब राज्य में वाहन खरीदना महंगा होने जा रहा है क्योंकि पंजाब सरकार जल्द ही एक नया टैक्स सिस्टम लागू करने वाली है, जिसमें दोपहिया और चार पहिया वाहनों पर टैक्स में वृद्धि की गई है.

पेट्रोल-डीजल वाहनों पर ग्रीन टैक्स


सूत्रों के अनुसार, पंजाब सरकार ने राज्य के राजस्व घाटे को पूरा करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है. राज्य परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यह टैक्स वाहन की मूल लागत पर लगाया जाएगा, जिसमें टैक्स शामिल नहीं होगा. इससे पहले भी सरकार ने 1,500 सीसी इंजन वाली पेट्रोल कारों के 15 साल के रजिस्ट्रेशन के नवीनीकरण पर 3,000 रुपये का ग्रीन टैक्स लगाया था. वहीं, डीजल वाहनों पर यह टैक्स 4,000 रुपये कर दिया गया है.


लग्जरी कारों पर 13 प्रतिशत टैक्स


इसके अलावा, 25 लाख रुपये से अधिक कीमत वाली बड़ी सेडान, एसयूवी और लग्जरी कारों पर 13 प्रतिशत टैक्स लगाया गया है. इसका अर्थ है कि 30 लाख रुपये की कार पर 3.9 लाख रुपये टैक्स देना होगा. मोटर वाहन टैक्स की अधिसूचना के अनुसार, 15 लाख रुपये तक की कारों की कीमत 7,000 रुपये से 20,000 रुपये तक बढ़ गई है. 15 लाख रुपये से 25 लाख रुपये के बीच की कारों पर एक प्रतिशत की टैक्स वृद्धि की गई है. वहीं, एक लाख रुपये तक की दोपहिया वाहनों पर 0.5 प्रतिशत की वृद्धि की गई है.


राजस्व बढ़ाने का लक्ष्य


राज्य परिवहन विभाग के अधिकारियों ने यह भी स्वीकार किया है कि इस कदम का उद्देश्य राज्य के राजस्व में वृद्धि करना है. हालांकि, उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि अतिरिक्त टैक्स का प्रभाव विनिर्माण क्षेत्र पर पड़ सकता है. अधिसूचना के अनुसार, 25 लाख रुपये से अधिक कीमत वाले वाहनों के लिए एक नई श्रेणी जोड़ी गई है, जिस पर 13 प्रतिशत कर लगाया गया है. एक लाख रुपये तक की लागत वाले दोपहिया वाहनों पर मोटर वाहन कर 0.5 प्रतिशत बढ़ाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया गया है.