चंडीगढ़. पंजाब में 13 लोकसभा सीटों में से बची 5 सीटों पर उम्मीदवार तय करने के लिए कांग्रेस की सेंट्रल इलैक्शन कमेटी की बैठक में उम्मीदवारों के नाम पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ.

कांग्रेस तीसरी सूची में कुछ बड़े नेताओं को मैदान में उतरने की योजना बना रही है ताकि मुकाबले को कठिन बनाया जा सके. बैठक में लुधियाना से कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को मैदान में उतरने के लिए विचार-विमर्श किया गया. पार्टी जिस तरह से संगरूर में सुखपाल खैहरा को लेकर आई है. ठीक उसी तर्ज पर उसकी कोशिश है कि लुधियाना में भी भाजपा उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ एक मजबूत चेहरे को सामने लाया जाए. बैठक में गुरदासपुर से पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के नम पर चर्चा हुई.

कांग्रेस के विधायक वरिंदर मीत सिंह पहाड़ा भी यहां से प्रबल दावेदार हैं. श्री आनंदपुर साहिब से हिंदू चेहरे के लिए पूर्व मंत्री विजय इंदर सिंगला को मैदान में उतरने की कवायद चल रही है. पार्टी सूत्रों के मताबिक दिल्ली के कुछ नेताओं ने सिंगला के नाम को आगे बढ़ाया है. खडूर साहिब हल्के से पार्टी पूर्व मंत्री राणा गुरजीत के बेटे को मैदान में उतारने की सोच रही है लेकिन राणा श्री आनंदपुर साहिब पर दबाव बनाए हुए हैं.


पार्टी सूत्रों के मुताबिक राणा गुरजीत ने रविवार को हलके के कुछ पार्टी लीडरों के साथ चंडीगढ़ स्थित अपने निवास पर बैठक की और उनसे अपने बेटे के लिए समर्थन की. मांग की साथ ही हाई कमान के सामने लोगिन करने के लिए भी कहा. सीईसी की बैठक में फिरोजपुर लोकसभा हल्के से पूर्व सांसद शेर सिंह घुबाया के नाम पर बातचीत हुई. पार्टी का मानना है कि इस बार फिरोजपुर से आकली दल के प्रधान सुखबीर बादल मैदान में नहीं है इसलिए घुबाया एक मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं. यहां से यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रमिंदर सिंह आवला भी दवेदार हैं.

पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन 5 लोकसभा हलके में कांग्रेस काफी सोच समझकर उम्मीदवारों को मैदान में उतरना चाहती है इसलिए रविवार को जारी होने वाली तीसरी सूची को फिलहाल रोक लिया गया है और उम्मीद है कि सोमवार सुबह की बैठक के बाद कम से कम 3 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी.