जालंधर। 8 साल तक कोमा में रहने के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल करणबीर सिंह नट आखिरकार जिंदगी की जंग हार गए. करणबीर सिंह का 24 दिसंबर को निधन हो गया.
जालंधर कैंट के राम बाग श्मशान घाट में लेफ्टिनेंट कर्नल स्व. करणबीर सिंह नट को बेटी ने मुखाग्नि दी. परिवार ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी. इस दौरान कर्नल करणबीर की पत्नी नवप्रीत कौर और छोटी बेटी अश्मीत कौर भी मौजूद रहीं. पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था. इससे पहले सेना के जवान स्व. लेफ्टिनेंट कर्नल करणबीर सिंह नट को श्मशान घाट में एक-एक कर आर्मी के मुख्य अधिकारियों और पारिवारिक सदस्यों ने पुष्पांजलि भेंटकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में साल 2015 के नवंबर के महीने में आतंकियों के साथ भयंकर मुठभेड़ हुई थी. इसमें अपने साथी को बचाने लेफ्टिनेंट कर्नल केबीएस नट ने गोलियां अपने ऊपर ले लिया, जिससे वे घायल होने के बाद कोमा में थे. मिलिट्री अस्पताल जालंधर में इलाज के दौरान उन्हें फूड पाईप के जरिए सूप और जूस दिया जाता था. इस दौरान उनके कमरे में गुरबाणी चलती रहती थी. कर्नल करणबीर सिंह नट जम्मू एंड कश्मीर राइफल की 160 इन्फेंट्री बटालियन में तैनात थे.
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