पंजाब की मान सरकार ने बच्चों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है. पंजाब के 20 हजार सरकारी स्कूलों को वाईफाई सुविधा से लैस करने का फैसला सीएम मान ने किया है. सभी स्कूलों में 31 मार्च 2024 तक वाई-फाई करने का लक्ष्य रखा गया है. यह ऐलान पंजाब की शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने विधानसभा सत्र के दौरान किया है.

बता दें कि 20 हजार सरकारी स्कूलों में से 4000 स्कूलों में यह सुविधा दी जा चुकी है. विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूलों को वाईफाई सुविधा से लैस करने के साथ ही 31 मार्च 2024 तक कोई भी स्कूल ऐसा नहीं होगा. जहां अध्यापक नहीं हो. Read More – India vs Australia T20 Match : पहले मैच के दौरान JioCinema ऐप हुआ डाउन, यूजर्स होते रहे परेशान …

हरजोत सिंह बैंस ने आगे कहा कि स्कूलों में वाईफाई सुविधा के साथ अध्यापकों के खाली पद भी भरे जाएंगे. पंजाब विधानसभा के सदन की कार्रवाई के दौरान शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि पंजाब की सरकारी स्कूलों और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में सभी वर्गों के छात्रों को सहायता प्रदान की जा रही है.

विधानसभा में अपने संबोधन में हरजोत सिंह भैंस ने कहा कि मार्च 2022 से पहले पंजाब के 20000 स्कूलों में से 3500 स्कूलों में कोई अध्यापक नहीं थे या सिंगल अध्यापक थे. आज उनकी संख्या 600 से भी कम रह गई है. मार्च 2024 में पंजाब देश का ऐसा पहला राज्य होगा. जहां कोई भी स्कूल अध्यापक के बिना या सिंगल टीचर नहीं होगा. Read More – India vs Australia T20 Match : पहले मैच के दौरान JioCinema ऐप हुआ डाउन, यूजर्स होते रहे परेशान …

उन्होंने आगे कहा कि खटकड़ कला स्कूल का नाम बदलकर शहीद-ए-आजम भगत सिंह रखा गया है. विधायक सुखी का स्कूल बंगा में है. जो कि 1920 में बना था. करोड़ों रुपए खर्च कर बंगा के स्कूल ऑफ एमिनेंस को शानदार बना रहे हैं. हम स्कूल आफ एमिनेंस में आरक्षण नीति लेकर आए हैं. ताकि गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके. बैंस ने कहा कि पंजाब का कोई भी कान्वेंट स्कूल मेरे स्कूल ऑफ एमिनेंस के बच्चों का मुकाबला नहीं कर सकता. पंजाब देश का ऐसा पहला राज्य बनने जा रहा है. जहां 20000 स्कूलों में 31 मार्च 2024 तक वाई-फाई लगेगा. 4000 स्कूलों में यह लगाया जा चुका है. उन्होंने कहा कि 20000 स्कूलों में से 8000 स्कूलों की चार दिवारी का काम हो रहा है. हर स्कूल में कोई ना कोई काम चल रहा है.