अमृतसर। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की ओर से राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान शनिवार को 15,000 रुपए की रिश्वत लेते रेलवे इंजीनियर वरुण देव प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद रेलवे इंजीनियर को विजिलेंस ब्यूरो ने अदालत में पेश किया. न्यायधीश ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद उक्त अधिकारी को आगामी 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरसात में जेल भेजने का फरमान जारी किया. इसके तहत विजिलेंस ब्यूरो ने पकड़े गए अधिकारी को जेल भेज दिया है. Read More- Punjab News: जालंधर में डेंगू पॉजिटिव मरीजों की संख्या 122 पर पहुंची

टीम को शिकायतकर्ता ने संपर्क करके बताया था कि उसका बटाला-कादियां रेलवे लाइन पर सिविल वर्कर्स को पूरा करने के लिए भारतीय रेलवे के साथ टैंडर है. उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त रेलवे इंजीनियर उसकी फर्म की तरफ से किए कामों के 4,60,000 रुपए के बिलों को क्लियर करने के बदले उक्त अधिकारी 50,000 रुपए रिश्वत की मांग कर रहा था, लेकिन सौदा 15,000 रुपए में हो गया.

इस संबंध में प्राथमिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया. इसके नतीजे के तौर पर उस रेलवे सेक्शन इंजीनियर को दो सरकारी गवाहों की हाज़िरी में शिकायतकर्त्ता से 15,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया. इस संबंध में उस रेलवे अधिकारी के खिलाफ थाना विजिलेंस ब्यूरो अमृतसर रेंज में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत शिकायतकर्त्ता ने विजिलेंस ब्यूरो मामला दर्ज कर लिया गया है.