पंजाब में नशे पर नकेल कसने के लिए अब पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को गांवों में लगने वाली सत्थ (चौपाल) में जाकर बैठना होगा। ताकि लोगों की राय जानी जा सके। वहीं कुख्यात भगोड़ों को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस की ओर से बडे़ स्तर पर अभियान चलाया जाएगा।


नशे के खिलाफ जागरूकता गतिविधियां बढ़ाने, अपने अधिकार क्षेत्र में छोटे फ्लैग मार्च करने और समाज के प्रमुख व्यक्तियों के साथ समय-समय पर बैठकें करने के लिए भी कहा गया।

आईजी ने कहा कि पंजाब पुलिस एनडीपीएस अधिनियम की धारा 6 4ए के बारे में प्रचार और जागरूकता पैदा कर रही है।ताकि ड्रग्स की थोड़ी मात्रा के साथ पकड़े गए युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाया जा सके।


भगोड़ों को पकड़ने के लिए अब तीन वर्गों में वर्गीकृत किया जाएगा। जोकि ए, बी और सी होंगे। आई मुख्यालय डॉ सुखचैन सिंह गिल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कट्टर अपराधियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सरकार ने पीओ को तीन श्रेणियों के तहत वर्गीकृत करने का भी निर्णय लिया है।

भगोड़ों को पकड़ने के लिए तीन श्रेणी वर्गीकृत


जिसमें श्रेणी ए उन भगोड़ों को रखा जाएगा जिन को केसों में 10 साल से अधिक की सजा है, श्रेणी बी में 7 साल से अधिक की सजा है और श्रेणी सी 7 साल या इससे कम सजा वाले भगोड़े अपराधियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा है।