Punjab Assembly Election 2022: पंजाब में सियासी शोर के बीच नवजोत सिंह सिद्धू खफा-खफा से नजर आए. धुरी में प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की जनसभा में नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) मंच पर तो मौजूद रहे, लेकिन भाषण नहीं दिया. सुनील जाखड़ (Suneel Jakhar) के बाद भाषण के लिए सिद्धू (Sidhu) का नाम पुकारा गया, लेकिन सिद्धू ने मना कर दिया. इसके बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) मंच पर भाषण देने आए. प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने अपने भाषण में संबोधन के अलावा सिद्धू का नाम तक नहीं लिया.

पिछले रविवार को कांग्रेस के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में चन्नी के नाम का एलान होने के बाद सिद्धू पहली बार अमृतसर (Amritsar) से बाहर नजर आए. वो केवल अपनी सीट पर ही चुनाव प्रचार के लिए निकल रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक सिद्धू की एक नाराजगी इस बात को लेकर है कि उन्हें प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर नहीं मिला है.

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को पंजाब में चुनाव प्रचार को धार दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली पंजाब सरकार को इसलिए हटाना पड़ा, क्योंकि उसे दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी चला रही थी. उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) पर भी हमला करते हुए उसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से निकली हुई पार्टी बताया.

पंजाब में 20 फरवरी को 117 सदस्यीय विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव से पहले कई चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया उन्होंने पंजाब की मुख्य विपक्षी पार्टी आप पर दिल्ली में कुछ भी न करने का आरोप लगाया और कहा कि उसकी सरकार वहां ‘‘नाकाम’’ रही है. कांग्रेस नेता ने कहा कि लोगों को आप द्वारा प्रचारित किये जा रहे शासन के दिल्ली मॉडल से सावधान रहना चाहिए, क्योंकि भाजपा भी 2014 में गुजरात मॉडल का प्रदर्शन कर केंद्र में सत्ता में आयी थी, लेकिन सच्चाई अब सभी के सामने है.

पिछले साल सितंबर में कांग्रेस द्वारा अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से हटाने और चरणजीत सिंह चन्नी को उनकी जगह मुख्यमंत्री बनाने के मुद्दे पर प्रियंका ने उनका (अमरिंदर सिंह का) नाम लिये बिना कहा, ‘‘यह सच है कि पांच साल तक यहां हमारी सरकार थी, यह भी सच है कि उस सरकार में कुछ खामियां थीं. यह अपने रास्ते से कहीं भटक गयी थी.