केंद्र सरकार की तरफ से पंजाब में टूरिज्म को बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार लाने के मकसद से स्वदेश दर्शन 2.0 के तहत 2 शहरों का चयन किया गया है।

अमृतसर और कपूरथला जिलों में अब करोड़ों रुपए खर्च करके टूरिज्म के मद्देनजर नए प्लान पर काम किया जाएगा।

अमृतसर में टूरिज्म के विकास के लिए 70 करोड़ रुपया खर्च किया जा रहा है। DC अमित तलवाड़ की तरफ से एल.एन.टी. के सलाहकार और जिले के अलग-अलग विभागों के मुखियों के अलावा टूरिज्म एवं होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के साथ शनिवार को बैठक की गई। DC ने इस दौरान स्वदेश दर्शन थीम 2.0 के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

गोल्डन टेंपल और अटारी बॉर्डर पर फोकस

इस नए प्लान में गोल्डन टेंपल के आसपास पुरानी गलियों के सौंदर्यीकरण पर विचार किया जा रहा है। यहां पहले से ही विरासती मार्ग विकसित है, लेकिन अब आसपास की तंग गलियों को भी टूरिज्म के अनुसार बदला जाएगा। इसके अलावा अमृतसर वॉल सिटी के सभी दरवाजों पर भी काम करने पर विचार चल रहा है। वहीं अटारी बॉर्डर व आसपास के इलाकों पुलमोरां का विकास, अटारी बार्डर पर आने वाले सैलानियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं प्रदान करने पर प्लानिंग की जा रही है।

अमृतसर में स्टे बढ़ाने पर विचार


अमृतसर में आने वाले सैलानी अभी तक एक या दो दिन से अधिक स्टे नहीं करते। सरकार की प्लानिंग है कि पंजाब के चुने हुए शहरों में सैलानियों के स्टे को बढ़ाया जाए। सरकार का लक्ष्य है कि अमृतसर में आने वाला टूरिस्ट यहां पर कम से कम तीन दिन तक स्टे करें और सैलानियों को अमृतसर की ऐतिहासिक और विरासती चीजों की जानकारी मिल सके।

Punjab: Selection of 2 cities under Swadesh Darshan 2.0, now crores of rupees will be spent in Amritsar and Kapurthala districts.