चंडीगढ़। पंजाब और चंडीगढ़ में मौसम बदल गया है. यह स्थिति पंजाब और पाकिस्तान में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सर्कुलेशन के सक्रिय होने के कारण उत्पन्न हुई है. इस वजह से रात में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे मौसम ठंडा हो गया है. आज भी कई इलाकों में बादल छाए रहेंगे. हालांकि, बारिश को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है.
पंजाब में पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान में 0.2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन यह अभी भी सामान्य तापमान से 2.1 डिग्री अधिक है. फरीदकोट में सबसे अधिक तापमान 37.9 डिग्री दर्ज किया गया है. इसके अलावा, सभी जिलों में तापमान में कमी आई है, लेकिन सभी का तापमान 32 डिग्री से अधिक रहा है.
मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब में 6 और 7 अक्टूबर को मौसम साफ रहेगा. 8 अक्टूबर से मौसम बदल जाएगा और लगातार दो दिन बारिश की संभावना है. इस दौरान राज्य के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है, जबकि अन्य क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान भी सामान्य के करीब रहेगा.
11 से 17 अक्टूबर तक बारिश की कोई संभावना नहीं है और तापमान भी सामान्य रहने की उम्मीद है, जिससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिलेगी. हालांकि, यह मौसम डेंगू और मलेरिया के लिए आदर्श होता है, इसलिए सतर्क रहने की आवश्यकता है.
मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि इस साल कड़ाके की ठंड पड़ सकती है. अक्टूबर-नवंबर के दौरान उत्तरी भारत और इसके आसपास के क्षेत्रों में ला नीना के सक्रिय होने की 71% संभावना है. हालांकि, ठंड कितना तीव्र होगा, इसका सही अनुमान नवंबर में ही लगाया जा सकेगा, क्योंकि ला नीना आमतौर पर तापमान में गिरावट का कारण बनता है, और इसके कारण सर्दियों में अधिक बारिश होती है.
क्या है ला नीना
ला नीना एक मौसम का पैटर्न है, जिसमें भूमध्य प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह का तापमान औसत से कम हो जाता है. तापमान काफी गिर जाता है और बारिश की संभावना बढ़ जाती है. यह पैटर्न आमतौर पर अप्रैल और जून के बीच शुरू होता है और यह तेज पूर्वी हवाओं के कारण होता है, जो समुद्र के पानी को पश्चिम की ओर धकेलती हैं, जिससे सतह ठंडी हो जाती है. यह पैटर्न दुनिया भर के मौसम को प्रभावित कर सकता है. भारत में इस बार मानसून पैटर्न में भी ऐसी स्थिति देखी गई है.