जालंधर. ब्रिटेन में पिछले कई दिनों से हिंसा हो रही है, जिसमें अप्रवासियों को निशाना बनाया जा रहा है. अप्रवासियों और जातीय अल्पसंख्यकों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए नस्लवाद के विरोध में हजारों लोग इंग्लैंड की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
दोनों तरफ से तनाव के कारण भारतीय मूल खासकर पंजाबियों में चिंता गहराती जा रही है. प्रदर्शनकारियों ने लिवरपूल में एक दुकान को निशाना बनाया.

कुछ दंगाइयों ने दुकान की खिड़की पर लात मारी और डंडे से पीटा, जबकि अन्य ने चिल्लाते हुए उसका शटर खोलने की कोशिश की सिंतबर में यूके में शिक्षा सत्र भी शुरू होने जा रहा है और इसको लेकर जाने वाले विद्यार्थी खासे चिंतित हो गए हैं. अगर आगामी दिनों में दंगे कंट्रोल न हुए तो यूके जाने वाले विद्यार्थियों के कदम रुक सकते हैं. 2023 में भारतीय नागरिकों को 1,20,110 अध्ययन वीजा मिला, जिसमें बहुसंख्यक पंजाबी मूल के थे. इस में कुछ कमी जरूर साल स्टडी वीजा में कुछ दिखाई दे रही है क्योंकि यूके ने कई नियम सख्त कर दिए है.

यूके में सितंबर में दोबारा नया सेशन शुरू होने जा रहा है और वीजा लेने वाले छात्र चिंतित है. आदमपुर के रहने वाले जगरूप सिंह ने स्टडी वीजा पर यूके जाने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन अब वह चिंतित हैं. जगरूप का कहना है कि मेरे पेरेंट्स काफी परेशान हैं, वहां पर नस्लवाद की आग भड़की हुई है. भारतीय खासकर पंजाबी मूल के लोग इसका अधिक शिकार होंगे.


स्टडी वीजा एक्सपर्ट सुकांत का कहना है कि यूके में हालात खराब होने का असर बिजनेस पर काफी नकारात्मक पड़ा है. यूके से सत्ताधारी पार्टी के सांसद तनमन का कहना है कि लंदन में भारतीय उच्चायोग ने यूनाइटेड किंगडम में आने वाले सैलानियों के लिए एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि लंदन में भारतीय उच्चायोग के अलावा सरकार स्थिति पर नजर रख रहा है.