पुरी. ओडिशा के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के रत्नभंडार की मरम्मत 16 दिसंबर से शुरू होगी. एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) अधीक्षक ने बताया कि इस विषय पर चर्चा के लिए दो दिनों में एक बैठक आयोजित की जाएगी.

एएसआई अधीक्षक ने बताया कि मरम्मत कार्य के लिए प्रतिदिन 5 घंटे का समय जरूरी है. पहले रत्नभंडार के बाहरी हिस्से पर काम किया जाएगा, इसके बाद आंतरिक हिस्से की मरम्मत होगी. यदि किसी स्थान पर पत्थरों को बदलने की आवश्यकता होगी, तो उन्हें बदला जाएगा.

बता दें कि जुलाई में रत्नभंडार का निरीक्षण किया गया था. सभी आभूषणों को एक संदूक में रखकर मंदिर में बनाए गए अस्थायी मजबूत कमरे में सुरक्षित रखा गया है. हालांकि, रत्नभंडार की मरम्मत का कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है. पहले कहा गया था कि कार्तिक माह के बाद मरम्मत कार्य आरंभ किया जाएगा.