MP Pappu Yadav: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच सिंधु जल समझौता रद्द है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ शब्दों में यह स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के साथ 1960 की सिंधु जल संधि को कभी बहाल नहीं किया जाएगा. शाह के इस बयान पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत को युद्ध की गीदड़ भभकी दी है.
कल सोमवार को उन्होंने कहा कि, यदि भारत ने निष्पक्ष तरीके से पानी का बंटवारा नहीं किया, तो पाकिस्तान सिंधु नदी प्रणाली की सभी छह नदियों का पानी ले लेगा. बिलावल भुट्टो के इस बयान पर बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
भुट्टो जैसे लोग भारत को क्या औकात दिखाएंगे?
IANS से बात करते हुए सांसद पप्पू यादव ने कहा कि, “बिलावल भुट्टो जरदारी जैसे लोगों को भारत क्या समझे? आतंकवादी, उग्रवादी और चीन और तुर्की जैसे देशों पर पलने वाली सरकार और नेता भारत को औकात दिखाएंगे? भारतीय सेना पूरी दुनिया से लड़ने के लिए तैयार है.भारत दुनिया भर में शांति चाहता है. भारत वैश्विक विकास की कल्पना करता है.”
पहलगाम हमले के बाद रद्द हुई सिंधु जल संधि
गौरतलब है कि 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई सिंधु जल संधि के तहत रावी, सतलुज और व्यास नदियों का पानी भारत को, जबकि झेलम, चिनाब और सिंधु नदियों का पानी पाकिस्तान को आवंटित किया गया था.
लेकिन इस बीच बीते 22 अप्रैल 2025 को पाकिस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, के बाद भारत ने इस संधि को रद्द कर दिया. संधि रद्द होने से पाकिस्तान को पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे वहां घरेलू स्तर पर गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं.
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