योगेश सिंह राजपूत, बेमेतरा. किसानों की जमीन अधिग्रहण कर सड़क बनाने वाला PWD किसानों को मुआवजे के लिए तरसा रहा है. अधिकारी पिछले 2 साल से पीड़ित किसानों और ग्रामीणों को उनके ही पैसों के लिए यहां से वहां नचा रहे हैं, जिसकी वजह से किसान दर-दर भटकने को मजबूर हैं.
अपने हक के पैसे के लिए किसान और ग्रामीण अब तक हर उस दरवाजे पर दस्तक दे चुके हैं, जहां उन्हें मुआवजा मिल सके, लेकिन अब तक उन्हें केवल झूठा आश्वासन ही मिला है.
भूमि तो अधिग्रहित कर ली लेकिन मुआवजा बाकी
पूरा मामला बेमेतरा जिले के बायपास मार्ग है. जहां ग्राम बसनी से बैजी तक निर्माणाधीन 13 किमी बाईपास रोड का निर्माण हो रहा है. उक्त मार्ग से गुजरने वाली सड़क के बीच गांव के किसानों का खेत है. जिसे विभाग ने अधिग्रहित तो कर लिया है, लेकिन अब तक किसानों को इसका मुआवजा नहीं मिला है. वर्तमान समय में रोड का काम अंतिम चरण पर है. ऐसी स्थिति में पीड़ित सैकड़ों किसानों का मुआवजा अभी तक उन्हें नहीं मिल पाया है.
किसानों को भारी पड़ रहा इंतजार
हालांकि मुआवजे की प्रक्रिया पूरी होने की बात भी सामने आ रही है, लेकिन इस बीच सवाल ये है कि लंबे समय से पीड़ित किसानों को मुआवजा की राशि के लिए भटकना क्यों पड़ रहा है. दो साल का लंबा अंतराल किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है.
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