Q4 Results Today Update: इस सप्ताह की शुरुआत आईसीआईसीआई प्रू लाइफ, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड और इरेडा जैसी दिग्गज कंपनियों के तिमाही नतीजों से होगी. निवेशकों की नजर एपीई ग्रोथ, वीएनबी मार्जिन और ऑटो सेगमेंट में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड की पकड़ पर रहेगी. जीएम ब्रूअरीज, डेल्टा इंडस्ट्रियल समेत अन्य कंपनियों के नतीजे भी आने की उम्मीद है.

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस (आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ)
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ के मार्च तिमाही (Q4) के नतीजों से विश्लेषकों को उम्मीद है कि कंपनी का एपीई (वार्षिक प्रीमियम समतुल्य) साल-दर-साल 10% बढ़कर ₹3,312 करोड़ हो जाएगा. हालांकि, मार्च में ऊंचे बेस के कारण ग्रोथ पर दबाव की संभावना है. वीएनबी (नए कारोबार का मूल्य) ₹919 करोड़ रहने का अनुमान है.
विश्लेषकों का यह भी मानना है कि यूलिप उत्पादों की हिस्सेदारी अधिक होने और वृद्धि धीमी होने के कारण वीएनबी मार्जिन नरम रह सकता है. निवेशक कंपनी के पेंशन और सुरक्षा उत्पादों पर प्रबंधन की टिप्पणियों और आईसीआईसीआई बैंक की रणनीति में संभावित बदलावों पर नज़र रखेंगे.
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस (आईसीआईसीआई लोम्बार्ड)
मार्च तिमाही में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड का कुल राजस्व 5% बढ़कर ₹5,430 करोड़ होने की उम्मीद है. कंपनी की एनईपी (नेट अर्नड प्रीमियम) वृद्धि सीमित रह सकती है, क्योंकि 1/एन अकाउंटिंग पद्धति और कमजोर ऑटो बिक्री का असर देखने को मिलेगा. हालांकि, ऑटो सेगमेंट में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी में सुधार जारी है.
तिमाही आधार पर हानि अनुपात में सुधार की उम्मीद है, लेकिन संयुक्त अनुपात उच्च बना रह सकता है. लंबी अवधि की नीतियों में नए अकाउंटिंग बदलावों के कारण सीओआर (संयुक्त परिचालन अनुपात) प्रभावित हो सकता है. प्रबंधन ने सीओआर के बारे में कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं दिए हैं क्योंकि नई अकाउंटिंग पद्धति अभी भी परीक्षण के चरण में है.
इरेडा
इरेडा भी आज अपने तिमाही नतीजे पेश करेगी. बाजार कंपनी की लोन बुक, नई परियोजनाओं के वित्तपोषण और सरकारी अक्षय नीति समर्थन से जुड़े अपडेट का इंतजार कर रहा है. निवेशकों को कंपनी के भविष्य के रोडमैप से काफी उम्मीदें हैं.
जीएम ब्रुअरीज, डेल्टा इंडस्ट्रियल और अन्य
डेल्टा इंडस्ट्रियल रिसोर्सेज, जीएम ब्रुअरीज, हैथवे भवानी केबलटेल एंड डाटाकॉम, एमआरपी एग्रो और स्वास्तिक सेफ डिपॉजिट एंड इन्वेस्टमेंट जैसी कंपनियां भी इस सप्ताह अपने मार्च तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगी. ये कंपनियां मिड और स्मॉल कैप सेगमेंट में हैं, लेकिन इनके नतीजों से संबंधित सेक्टर में सेंटीमेंट पर असर पड़ सकता है.