भोपाल. मध्यप्रदेश पीएससी की परीक्षा में भील जनजाति को लेकर किए गए ए‍क सवाल पर मचे बवाल के बीच जिम्मेदारों पर एफआईआर दर्ज करने मांग सोशल मीडिया पर उठने लगी है. पंधाना विधायक राम डांगोरे ने इस मुद्दे पर सरकार और मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग से माफी मांगने की बात कही है.

दरअसल, मप्रपीएसपी की परीक्षा में भील जनजाति को लेकर एक गद्यांश दिया गया था, जिस पर कई सवाल पूछे गए थे. इन्हीं सवालों और गद्यांश के जरिए बताया गया है कि भील जनजाति शराब के अथाह सागर में डूबती जा रही है. समाज के लोग गैर वैधानिक और अनैतिक कामों में संलिप्त हो जाते हैं. भील की आर्थिक विपन्नता का कारण आय से अधिक खर्च करना है.

खुद परीक्षा दे रहे थे विधायक

पंधाना विधायक डांगोरे ने आरोप लगाया है कि प्रश्नपत्र के गद्यांश में जिस तरह से भील समुदाय के जीवन चक्र का उल्लेख किया गया है, वह काफी शर्मिंदगी वाला है. इतना ही नहीं इससे संबंधित जो वस्तुनिष्ठ प्रश्न दिए गए हैं, वे भी भील समुदाय को अपमानित करने वाले हैं. बता दें कि विधायक खुद परीक्षार्थी के रूप में शामिल हुए थे.

कोचिंग क्लास चलाते हैं विधायक

पेशे से शिक्षक पंधाना विधायक राम डांगोरे पीएससी की कोचिंग चलाते हैं. विधायक बताते हैं कि पीएससी परीक्षा को देने का उनका मूल उद्देश्य मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के पैटर्न को देखना है. विधायक ने साथ ही स्पष्ट किया कि वह अब राजनीति के माध्यम से ही जनता की सेवा करना चाहते हैं.