शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते तीन दिनों में ऐसे मामले सामने आए जो महिला सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े करते हैं। वैसे तो प्रदेश में बीते तीन दिनों में महिलाओं से जुड़े सात मामले सामने आए हैं, लेकिन इनमें तीन अपराध ऐसे हैं जिसमें हैवानियत की सारी हदों को पार किया गया है। पहला मामला अशोकनगर के मुंगावली का है, जहां पति को बंधक बनाकर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया। तो दूसरा मामला ग्वालियर से आमने आया,यहां नाबालिग का अपहरण कर न सिर्फ मारपीट की गई बल्कि सामूहिक बलात्कार को अंजाम दिया गया, दो दूसरी ओर खंडवा में पड़ोसी ने सातवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा के साथ गलत किया।
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मामले को लेकर प्रदेश में सियासी पारा भी चढ़ने लगा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि एमपी में महिलाओं के साथ अत्याचार और बलात्कार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। महिलाओं के साथ अपराध हो या आदिवासियों के साथ देश के पहले स्थान पर मध्यप्रदेश का नाम आता है। सरकार अपराधों पर लगाम लगाने में नाकाम रही है। कांग्रेस प्रवक्ता अवनीश बुंदेला ने तंज कसते हुए कहा कि यही प्रदेश का दुर्भाग्य है कि गृहमंत्री ही दीपिका पादुकोण की बिकनी के कलर के बारे में बात करते है। अपराधों पर लगाम लगाने में उनका ध्यान नहीं है।
इधर कांग्रेस के आरोप पर पलटवाटर करते हुए बीजेपी ने कहा कि यह सभी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। बीजेपी प्रवक्ता सतेंद्र जैन ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण पर सबसे ज्यादा कदम उठाए गए। बलात्कारियों को फांसी की सजा का प्रावधान भी हमारी सरकार ने किया तो अब तक हजारों अपराधियों के घरों पर बुलडोजर चलाने का काम किया है। कांग्रेस को समझना चाहिए कि आचार संहिता के दौरान सरकार का हस्तक्षेप नहीं बल्कि अफसरों का अधिकार अधिक होता है। सरकार हमेशा ऐसे अपराधों को लेकर गंभीर रही है। बीजेपी ने यह भी कहा कि कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके जहां प्रियंका गांधी कहती हैं कि स्कूलों में बिकनी पहनकर जाने में भी कोई हर्ज नहीं,ऐसी मानसिकता की कांग्रेस महिला अपराधों के विषय में बातचीत ना करें तो ज्यादा बेहतर होगा।
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