रायपुर- छत्तीसगढ़ में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की खरीदी सवालों के घेरे में आ गई है? दरअसल यह सवाल पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर के एक ट्वीट से खड़ा हो रहा है. चंद्राकर ने तंज कसते हुए पूछा है कि क्या कांग्रेस के लिए आपदा भी अवसर है? कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजन रेमडेसिवीर इंजेक्शन के लिए दर-दर भटकने पर मजबूर हैं, लेकिन काफी जद्दोजहद के बावजूद इंजेक्शन नहीं मिल रहा है. पिछले दिनों राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया था कि जल्द ही अस्पतालों में 90 हजार इंजेक्शन की आपूर्ति की जाएगी.

रेमडेसिवीर इंजेक्शन की खरीदी की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन लिमिटेड के पास है, जिसने बेंगलुरू की माईलान लेबोरेटरी लिमिटेड से इंजेक्शन की खरीदी की प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन ये खरीदी विवादों में आ गई है. महाराष्ट्र सरकार ने 22 मार्च 2021 को बेंगलुरु की इसी कंपनी से इंजेक्शन की खरीदी की थी. कंपनी ने महाराष्ट्र सरकार को 666 रुपए में उपलब्ध कराया था, जबकि 16 अप्रैल 2021 इमरजेंसी परचेस कमेटी ने माईलान लेबोरेटरी लिमिटेड को पात्र मानते हुए 1568 रूपए प्रति इंजेक्शन की दर पर खरीदी की मंजूरी दे दी. छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन ने सप्लाई का आर्डर भी जारी कर दिया. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्रकार ने इसी खरीदी प्रक्रिया पर सवाल उठाया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि-

स्वास्थ्य मंत्री जी मुझे आप पर संदेह नहीं है. अब तक आपके विभाग ने कितने रेमेसिवीर किस दर से खरीदे हैं, उसे सार्वजनिक कीजिए. कांग्रेस के लिए क्या आपदा भी अवसर है? असम चुनाव से कुछ कनेक्शन है क्या?