Sports News. नागपुर के अल्ट्रा साइक्लिस्ट आयरन मैन डॉ. अमित समर्थ की अगुवाई में अब तक का सबसे बड़ा दल श्रीनगर से कन्याकुमारी तक रेस एक्रॉस इंडिया साइकिल रेस पर निकलेगा. कुल 3651 किमी अल्ट्रा साइकिलिंग रेस की शुरुआत 1 मार्च को श्रीनगर से होगी. इसमें व्यक्तिगत और टीम रिले वर्ग में राइडर्स अपना दमखम दिखाएंगे. अभियान के प्रमुख जितेन्द्र नाईक ने प्रेस कान्फ्रेंस में शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ‘रेस एक्रॉस इंडिया’ (Race Across India) देश की सबसे लंबी साइकिल रेस होगी और राइडर्स एनएच-44 पर 3,651 किमी का सफर तय करेंगे. रेस देश के 12 राज्यों को पार करते हुए मंजिल तक पहुंचेगी. रेस को वर्ल्ड अल्ट्रासाइक्लिंग एसोसिएशन से स्वीकृति मिली है.

नाईक ने कहा कि यह अभियान साइकिल राइडर्स के लिए निश्चित ही चुनौतीपूर्ण होगा. देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद तापमान से लड़ना सही मायने में मुश्किल होगा. राइड के दौरान साइक्लिस्ट को कुल 18,950 मी. ऊंचाई की चढ़ाई करनी पड़ेगी. ठंडे बर्फीले हिमालय से लेकर पंजाब के मैदानों और फिर गर्म डेक्कन के पठार और अंत में गर्म और आर्द्र तटीय जलवायु राइडर्स की कड़ी परीक्षा लेने वाले है. इसमें हिस्सा लेने वाले व्यक्तिगत राइडर्स के लिए लक्ष्य तक पहुंचने की समय सीमा 12 दिन है, जबकि रिले टीमों के लिए समय सीमा 8 दिन है.

नाईक ने कहा कि अल्ट्रा साइक्लिंग को बढ़ावा देना के लिए इस आयोजन के प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है. अल्ट्रा साइकिल चालक दल, कानून और वित्त, नेविगेशन, ट्रैक प्रौद्योगिकी तथा सॉफ्टवेयर विशेषज्ञता में व्यापक अनुभव वाले व्यक्तियों का एक समूह इसको सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि डॉ. समर्थ के अलावा नागपुर के 3 राइडर्स (शुभम दास और अतुल कडू व्यक्तिगत इवेंट में जबकि गौरव गजभिये टीम रिले में) इसमें हिस्सा ले रहे हैं.
व्यक्तिगित वर्ग में साहिल सचदेवा, सुमेर बंसल, धीरज कलसैट, महेश किनी, विक्रांत उनियाल, मनीष सैनी, इंद्रजीत वर्धन जबकि टीम रिले वर्ग में हरीशचंद्र म्हात्रे, पुरुषोत्तम म्हात्रे, संतोष सोनसले, गौरव गजभिए (महा साइक्लिंग पथक), देवानंद भोज, विक्रम महादेव साली, विजय धुर्वे, राजेश जाधव (महाराष्ट्र पुलिस टीम), निखिल कचेश्वर, अमोघ जैन, चरणजीत सिंह और मनीष खंडेलवाल (एडीसीए टीम) का समावेश है.