Radhika Apte : राधिका आप्टे ने हाल ही में अपने करियर से जुड़ा एक कड़वा एक्सपीरिएंस साझा किया है. राधिका ने अपनी डेब्यू फिल्म वाह ! लाइफ हो तो ऐसी के प्रोड्यूसर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने एक नई मां होने के नाते वर्किंग आवर्स, मदरहुड और काम को लेकर अपने थॉट्स शेयर किए हैं.

राधिका आप्टे ने बताया कि उनकी पहली फिल्म ‘वाह ! लाइफ हो तो ऐसी!’ के दौरान उन्हें बेहद खराब ट्रीटमेंट झेलना पड़ा. एक इंटरव्यू में राधिका ने कहा कि प्रोड्यूसर्स ने न तो उन्हें रहने की सुविधा दी और न ही पैसे दिए, जब उन्होंने और उनकी मां ने कॉन्ट्रैक्ट साइन करने की बात की तो उन्हें यह कहकर टाल दिया गया कि उर्मिला मातोंडकर ने भी कभी कॉन्ट्रैक्ट साइन नहीं किया था. राधिका ने साफ शब्दों में कहा कि प्रोडक्शन का एक्सपीरिएंस इतना खराब था कि वह उस फिल्म को अपनी जर्नी का हिस्सा मानना ही नहीं चाहतीं.
महेश ने दिलाई पहली थी फिल्म
राधिका ने बताया कि उन्हें यह फिल्म डायरेक्टर महेश मांजरेकर की वजह से मिली थी. वह एक नाटक ब्रेन सर्जन में परफॉर्म कर रही थीं. उसी प्रतियोगिता में जज रहे महेश मांजरेकर ने काम देखकर उन्हें फिल्म ऑफर की थी. राधिका ने कहा महेश उनके साथ हमेशा अच्छे रहे, लेकिन प्रोडक्शन का रवैया बेहद निराशाजनक था. इसी वजह से उन्होंने लंबे समय तक फिल्मों से दूरी बना ली और कॉलेज पूरा करने के बाद एक्टिंग में लौटी.

मदरहुड, वर्किंग आवर्स को लेकर साफ स्टैंड
नई मां बनीं राधिका आप्टे ने वर्किंग आवर्स को लेकर चल रही बहस पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि अब वह तभी काम करेंगी जब प्रोड्यूसर्स 12 घंटे के ऑल-इन्क्लूसिव शिफ्ट पर सहमत होंगे, जिसमें ट्रैवल, मेकअप और हेयर का समय भी शामिल हो. राधिका का मानना है कि 16 घंटे तक घर से दूर रहकर बच्चे के साथ समय बिताना पॉसिबल नहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि मां बनने के बाद भी उन्हें लगातार काम के ऑफर्स मिले हैं, लेकिन फिलहाल उन्होंने अप्रैल तक सभी प्रोजेक्ट्स को मना कर दिया है और अभी कोई नया प्रोजेक्ट साइन नहीं किया है.

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