रविंद्र भारद्वाज, रायबरेली. डीह थाना क्षेत्र के पुरे शिव गुलाम मजरे गढ़वा में मंदिर की जमीन को लेकर एक नया विवाद भड़क गया है. ग्रामीणों ने रोहित द्विवेदी और ग्राम प्रधान के पति अरविंद तिवारी पर मंदिर की पवित्र भूमि पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया है. आरोपियों पर दबंगई दिखाते हुए ग्रामीणों को धमकाने और जानलेवा हमला करने का भी आरोप है. यह वही रोहित द्विवेदी बताया जा रहा है, जिसने हाल ही में रायबरेली में अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य पर थप्पड़ मारकर हमला किया था और जमानत पर रिहा होने के बाद एक समाजसेवी द्वारा उसे 11 लाख रुपये का चेक सौंपा गया था.

ग्रामीणों के अनुसार, रोहित द्विवेदी अपने दर्जन भर साथियों के साथ मंदिर स्थल पर पहुंचा और दबंगई दिखाते हुए जमीन पर कब्जा जमाने की कोशिश की. उसने न केवल ग्रामीणों को धमकियां दीं, बल्कि हिंसक व्यवहार भी किया. एक ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर बताया ‘ये लोग सनातन धर्म के नाम पर हिंसा और अवैध कार्य कर रहे हैं. मंदिर की जमीन पर उनका कब्जा हमारी आस्था पर सीधा प्रहार है.’ आसपास के इलाकों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश फैल गया है. गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है.

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इस मामले में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग की है. एक ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो हम आंदोलन को तेज करेंगे. रोहित द्विवेदी का नाम पहले भी विवादों से जुड़ा रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमले के बाद उसे जमानत मिली थी, जिसके तुरंत बाद एक समाजसेवी ने सार्वजनिक रूप से 11 लाख रुपये का चेक देकर सम्मानित किया था. यह घटना समाज में बहस का विषय बनी हुई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के दबंगों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं, जो धार्मिक स्थलों को भी निशाना बना रहे हैं. डीह थाने के प्रभारी ने मामले की जांच का भरोसा दिलाया है, लेकिन ग्रामीण संतुष्ट नहीं हैं।. यह विवाद क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहा है.