नई दिल्ली. राफेल विमान सौदे को लेकर कांग्रेस के संसद के अंदर और बाहर हमले को झेल रही भारतीय जनता पार्टी सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को फैसला आने के बाद आक्रामक हो गई. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राफेल विमान सौदे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को झूठे राजनीतिक आरोप लगाने वालों के मुंह पर तमाचा बताते हुए इस झूठ पर राहुल गांधी से देश की जनता के साथ सेना पर तैनात जवानों से माफी मांगने की बात कही.

राफेल विमान सौदे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पत्रकार वार्ता में कांग्रेस पार्टी से तीखे सवाल किए. उन्होंने राहुल गांधी पर राजनीतिक  फायदे के लिए राफेल विमान सौदे को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को राफेल डील में गड़बड़ी नजर आ रही है, तो वह सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान क्यों प्रस्तुत नहीं किया. राहुल गांधी को सौदे में गड़बड़ी की जानकारी कहां से मिली है, इसकी जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए.

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क्यों सात साल तक सौदे को रोके रखा

पत्रकार वार्ता के दौरान अमित शाह ने कांग्रेस से सवाल किया कि विमान खरीदी की प्रक्रिया को अपने कार्यकाल के दौरान  2007 से लेकर 214 तक क्यों रोके रखा. क्यों नहीं कांग्रेस ने गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट डील नहीं की. इसके साथ ही अमित शाह ने कांग्रेस से सवाल कर डाला कि क्या कमीशन नहीं मिलने के कारण डील नहीं की. वहीं उन्होंने सवाल किया कि राफेल मामले की सुनवाई जब सुप्रीम कोर्ट में चल रही थी, तो उनके पास गड़बड़ी की जानकारी थी तो क्यों सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत नहीं की.

सौदे में नहीं एचएएल और अंबानी की कोई भूमिका

इसके अलावा पत्रकार वार्ता में सौदे में एचएएल को विमान सौदे में हिस्सा न बनाते हुए अऩिल अंबानी की कंपनी को भागीदार बनाए जाने के सवाल पर अमित शाह ने स्पष्ट किया कि यह सरकार से सरकार का हुआ सौदा है, जिसमें न तो एचएएल की कहीं कोई भूमिका है, और न ही अनिल अंबानी की कंपनी की. सौदे के तहत दो स्वाड्रन के लिए 36 विमान सीधे फ्रांस से बनकर आएंगे.

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सीमा पर खड़े जवानों के मनोबल को तोड़ा

अमित शाह ने कहा कि राजनीतिक नफा-नुकसान कोई बड़ी बात नहीं होती, लेकिन देश की सीमा पर -40 डिग्री तापमान पर सीना ताने खड़े सेने के जवानों का मनोबल तोड़ने का काम नहीं करना चाहिए. वहीं जेपीसी से जांच कराए जाने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि मसले पर संसद में चर्चा होनी चाहिए. अगर चर्चा में मामले की जांच के लिए जेपीसी के गठन की जरूरत महसूस की गई तो जेपीसी भी गठित की जाएगी. उन्होंने सवाल किया कि क्या जेपीसी के गठन पर भी चर्चा नहीं होनी चाहिए, क्या कांग्रेस अध्यक्ष के कहने पर ही जेपीसी गठित कर दी जाए.

सारे चोर मिलकर चौकीदार को चोर बोल रहे

विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक रैलियों में राहुल गांधी के चौकीदार चोर है, बोलने और तमाम विपक्षी दलों के एकजुट होने पर अमित शाह ने तंज कसते हुए कहा कि सारे चोर मिलकर चौकीदार को चोर बोलने लगे तो देश की नजर में चौकीदार चोर नहीं हो जाएगा.