रोहित कश्यप, मुंगेली। लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने मुंगेली जिले के जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि सड़कें तालाब जैसी दिख रही हैं और पुलों के उपर से नदी का पानी बहने लगा है। सबसे गंभीर स्थिति बीरगांव क्षेत्र में सामने आई है, जहां रहन नदी पर बना पुल अब पानी में समा चुका है। इससे कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट चुका है. पुल के ऊपर पानी के तेज बहाव को देखते हुए प्रशासन ने आवागमन पूरी तरह बंद करा दिया है।


रहन नदी पर बने पुल से कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क था, जो अब टूट चुका है। रहन नदी का रौद्र रूप अब और भी भयावह होता जा रहा है। नदी किनारे बसे घरों की दीवारों तक पानी पहुंच चुका है। साल साल दर साल बाढ़ के तेज बहाव के कारण बिरगांव में दर्जनों घर ऐसे हैं, जो कटाव होते होते नदी के किनारे पर आ चुका है, जिस पर खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बीरगांव, बरेला और बिलासपुर-मुंगेली बायपास क्षेत्रों का निरीक्षण किया। कलेक्टर कुन्दन कुमार और एसपी भोजराम पटेल ने मौके पर पहुंचकर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।

कलेक्टर ने पुलों और नालों पर सतत निगरानी रखने के दिए निर्देश
कलेक्टर ने कहा कि जलभराव वाले स्थानों पर तत्काल जलनिकासी की व्यवस्था की जाए। साथ ही पुलों और नालों पर सतत निगरानी रखी जाए, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। एसपी भोजराम पटेल ने पुलिस बल को संवेदनशील स्थानों पर तैनात कर दिया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जब तक पानी का बहाव कम न हो, तब तक नदियों और नालों को पार करने की कोशिश न करें।

घरों के नजदीक तक पहुंचा नदी का कटाव
प्रशासन ने राहत और बचाव सामग्री की तैयारी कर ली है। पंचायत और तहसील स्तर पर टीमें सक्रिय कर दी गई है, जो लगातार निगरानी और जरूरतमंदों को मदद पहुंचा रही है। बीरगांव के ग्रामीणों ने बताया कि हर साल नदी का कटाव उनके घरों के पास तक पहुंचता जा रहा है। यदि जल्द स्थायी समाधान नहीं हुआ तो अगले साल और अधिक नुकसान तय है।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें