गांधीनगर। मोदी के गढ़ गुजरात को फतह करने के लिए राहुल गांधी साफ्ट हिन्दुत्व का सहारा ले रहे हैं. चुनाव में अपने चौथे चरण के प्रचार की शनिवार को राहुल गांधी ने शुरुआत कर दी है. राहुल ने सबसे अक्षरधाम मंदिर में दर्शन किया जिसके बाद वे प्रचार पर निकल गए.
लगातार रैली कर रहे राहुल ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. साबरकांठा की रैली में रैली ने उसी विकास के मुद्दे पर प्रदेश और केन्द्र सरकार को घेरा. जिसका हवाला मोदी देते रहते हैं. प्रदेश में दो चरणों में चुनाव संपन्न होना है. 9 और 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे.
राहुल की साफ्ट हिन्दुत्व की रणनीति से राज्य में घबराई भाजपा ने राहुल के मंदिर दर्शन की आलोचना की है, भाजपा का कहना है कि चुनाव से पहले राहुल मंदिर जा रहे हैं ताकि कांग्रेस वोट हासिल कर सके.

 

उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा, ‘‘ राहुल गांधी क्यों चुनावों के पहले मंदिरों की यात्रा कर रहे हैं. लोग उनके इरादे जानते हैं कि वे ऐसे हथकंडों से वोट हासिल करना चाहते हैं. उनका भक्ति के प्रति कोई झुकाव नहीं है क्योंकि अपने पहले की यात्राओं के दौरान राहुल गांधी कभी किसी मंदिर में नहीं गए.’’

पटेल ने कहा, ‘‘ “हम चाहते हैं कि कांग्रेस अपनी छद्म धर्मनिरपेक्षता को छोड़ दे और मुख्यधारा हिन्दुत्व का सम्मान करे, लेकिन वोट हासिल करने के लिए उनके हथकंडे गुजरात में सफल नहीं होंगे.’’

वहीं कांग्रेस ने भाजपा के ऊपर पलटवार करते हुए कहा है कि मंदिर यात्रा का विरोध करने वाले लोगों को गुजरात की जनता सबक सिखाएगी. कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, ‘‘क्या किसी के पास भक्ति का पेटेंट है? वे लोग मंदिर की यात्रा का विरोध कर रहे हैं. गुजरात के लोग उन्हें सबक सिखाएंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी जी हिंदू मंदिरों के अलावा जैन मंदिर और गुरूद्वारे भी गए हैं. हम धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते हैं.’’