पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) पर सियासत गरमा गई है। इंडिया गठबंधन ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग की प्रक्रिया में गड़बड़ी की जा रही है और बड़े पैमाने पर वोटरों के नाम लिस्ट से गायब किए जा रहे हैं। इसी मुद्दे को लेकर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू की है। अब इस यात्रा को और मज़बूत करने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी इसमें शामिल होंगे।

सीतामढ़ी में यात्रा का हिस्सा बनेंगे

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया पर बताया कि अखिलेश यादव 28 अगस्त को सीतामढ़ी में यात्रा का हिस्सा बनेंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ अखिलेश यादव का जुड़ना इस “वोट चोरी” के खिलाफ आंदोलन को नई ताकत देगा।

आयोग पर गंभीर सवाल उठा रहे

17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई इस यात्रा ने अब तक कई जिलों का दौरा किया है। शेखपुरा तक पहुंच चुकी यात्रा एक दिन के ब्रेक के बाद पुनः मुंगेर की ओर रवाना होगी। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव लगातार लोगों से सीधे संवाद कर रहे हैं और चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं। उनका आरोप है कि बीजेपी के इशारे पर वोटर लिस्ट में छेड़छाड़ की जा रही है ताकि चुनावी परिणाम प्रभावित किए जा सकें।

विशाल जनसभा के साथ समाप्त होगी

यह यात्रा 16 दिनों तक चलेगी और 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में विशाल जनसभा के साथ समाप्त होगी। इस रैली में अखिलेश यादव के साथ-साथ इंडिया गठबंधन के कई बड़े नेता मंच साझा कर सकते हैं। इस बार स्पष्ट है कि चुनाव से पहले विपक्ष वोटर लिस्ट को बड़ा मुद्दा बनाकर जनता के बीच जा रहा है। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अब अखिलेश यादव का एकजुट होना बीजेपी और एनडीए के लिए चुनौती साबित हो सकता है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह यात्रा वोटरों को किस हद तक प्रभावित कर पाती है।

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