नीमच। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उस वक्त नाराज़ हो गए जब वो राजस्थान बार्डर पर किसानों से मिल रहे थे और एक मीडियाकर्मी ने उनसे पूछा कि आप पर आरोप लग रहे हैं कि आप यहां राजनीति करने आए हैं. इस पर राहुल गांधी थोड़े नाराज़ हो गए और उन्होंने उल्टा पुछ लिया कि क्या अगर किसानों को कोई पीड़ा है तो मैं मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश नहीं जा सकता. वो आरएसएस के नहीं हैं तो क्या हिंदुस्तानी नहीं हैं.
दरअसल, ये बात लगातार उठाई जा रही है कि एक विचार धारा से प्रेरित लोग हर बात की परिभाषा गढ़ रहे हैं. आरएसएस पर आरोप लग रहे हैं कि जो उनकी विचारधारा से इत्तेफाक न रखता उसकी देशभक्ति पर आरएसएस समर्थक सवाल उठाते हैं. इसी संदर्भ में राहुल गांधी ने ये जवाब दिया.
दरअसल, राहुल गांधी जमानत मिलने के बाद एमपी-राजस्थान बार्डर पर पीड़ित किसानों से मिले. इस मुलाकात में राहुल गांधी ने बताया कि मोदी सरकार देश के उद्योगपतियों का कर्जा माफ कर रही है लेकिन किसानों का नहीं. उन्होंने इसके बाद मीडिया से बात करते हुए बताया कि किसान मृत किसानों को शहीद का दर्जा दिलाना चाहते हैं. वे दोषियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं. राहुल ने कहा कि वे किसानों के साथ हैं.
गुरुवार को राहुल गांधी मंदसौर में पीडि़त परिवारों से मिलने जा रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पुलिस द्वारा ऐहतियातन गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि इसके बाद उन्हें जमानत मिल गई. पुलिस ने उन्हें इस शर्त पर पीडि़त परिवारों से मिलने की इजाज़त दी कि वो राजस्थान की सीमा में उनसे मिलेंगे.
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यहां लोगों पर गोली चलाई गई, लेकिन सरकार ने कहा कि गोली नहीं चलाई गई. सरकार झूठ बोल रही है. उन्होंने ट्वीट करके मध्यप्रदेश सरकार को हत्यारी सरकार कहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु और अन्य कई जगहों पर किसान परेशान हैं. भाजपा की सरकार के पास लाखों करोड़ रुपया पड़ा है, लेकिन वो उसे किसानों को न देकर सिर्फ ’50 लोगों’ को देना चाहती है.