Rahul Gandhi: लोकसभा सचिवालय ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी. इस फैसले के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं. मैं कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हूं. बता दें कि सूरत की अदालत ने गुरुवार को राहुल गांधी को ‘मोदी सरनेम’ को लेकर दिए गए बयान पर 2019 में दायर आपराधिक मानहानि के मामले में दो साल कैद की सजा सुनाई थी.

हालांकि, अदालत ने जमानत दे दी और 30 दिनों के लिए उसकी सजा के अमल पर रोक लगा दी, ताकि कांग्रेस के नेता फैसले को चुनौती दे सकें. इस बीच लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने की अधिसूचना जारी कर दी है.

लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि उनकी अयोग्यता का आदेश 23 मार्च से प्रभावी होगा. इस फैसले पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा है कि कानूनी और राजनीतिक लड़ाई जारी रहेगी. साथ ही पार्टी ने आंदोलन की चेतावनी दी है.

सूरत कोर्ट के गुरुवार के फैसले पर राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया. उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बयान का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ”मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है. सत्य ही मेरा ईश्वर है, अहिंसा ही उसे पाने का साधन है.”

बीजेपी ने क्या कहा ?

केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस के आरोपों के बीच कहा कि राहुल गांधी की अयोग्यता कानून के अनुसार है, जिसमें कहा गया है कि सजा सुनाए जाने के समय से सदस्यता रद्द कर दी जाती है. क्या कांग्रेस राहुल की सदस्यता को लेकर गंभीर थी? कार्रवाई के कुछ घंटों के भीतर ही उन्होंने पवन खेड़ा के मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन राहुल के मामले में ऐसा नहीं किया.

Rahul Gandhi
Rahul Gandhi

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus