नई दिल्ली। नेता प्रतिपक्ष बनने की चर्चाओं के बीच आज सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता ली. उन्होंने सरकार पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है. उन्होंने मतगणना से पहले शेयर मार्केट में आए जबर्दस्त उछाल पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय प्रधानमंत्री मोदी ने शेयर बाजार पर टिप्पणी की थी. गृहमंत्री और वित्त मंत्री ने भी टिप्पणी की थी. इसके बाद शेयर बाजार क्रैश हुआ और निवेशकों के लगभग 30 लाख करोड़ रुपए डूब गए.
राहुल गांधी ने इसे देश का सबसे बड़ा शेयर बाजार घोटाला बताया है. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और वित्त मंत्री ने शेयर बाजार पर टिप्पणी की थी. इसके बाद एग्जिट पोल के नतीजों के बाद 3 जून को शेयर बाजार में सबसे बड़ा उछाल आया था. लेकिन अगले ही दिन 4 जून को मार्केट क्रैश हो गया. इसमें निवेशकों के 30 लाख करोड़ डूब गए. इसको लेकर राहुल गांधी ने ज्वाइ़ंट पालियामेंट्री कमेटी (jpc) से जांच की मांग की है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह लोगों से कहा था कि बाजार तेजी से आगे जाएगा, लोगों को शेयर खरीदना चाहिए. इसकी वजह से लोगों शेयर बाजार में भारी भरकम पैसा लगाया और मार्केट क्रैश हो गया, जिससे निवेशकों के पैसे डूब गए. राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के अंतरिक सर्वे में 220 सीटें आ रही थी, एजेंसियों ने भी 200 से 220 सीटें बताई थी.
राहुल गांधी ने कहा कि शेयर बाजार पर भम्र फैलाया गया. उन्होंने कहा कि देश में शेयर बाजार का यह सबसे बड़ा घोटाला था.
राहुल गांधी ने सवाल पूछा, पीएम ने जनता को निवेश करने की सलाह क्यों दी. अमित शाह ने लोगों को शेयर खरीदने के लिए क्यों कहा. क्या बीजेपी और इन विदेशी निवेशकों के बीच कोई संबंध है तो क्या है. हम इसकी जेपीसी जांच की मांग करते हैं.
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