शिवम मिश्रा, रायपुर: नेशनल हेराल्ड केस में ED की कार्रवाई के विरोध में मुख्यमंत्री समेत कई विधायक भी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी प्रदर्शन में हिस्सा लेने दिल्ली गए (National Herald Case Rahul Gandhi ED Interrogation) हैं. अब ED दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन के लिए छत्तीसगढ़ से मंत्री, कांग्रेस विधायक और नेताओं का दिल्ली जाने का दौर शुरू हो गया है. इस पर अब सियासत भी गरमा गई है.

दरअसल, नेशनल हेराल्ड केस में गांधी परिवार से लगातार पूछताछ जारी है. राहुल गांधी से 5वें दिन भी ED दफ्तर में पूछताछ होगी. इसी के विरोध में सीएम भूपेश बघेल समेत कई कांग्रेस विधायकों का दिल्ली में जमावड़ा है. ED के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं. कई कांग्रेस विधायक दिल्ली रवाना हो रहे हैं.

छत्तीसगढ़ से विधायकों के दिल्ली जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत और बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे दिल्ली रवाना हो गए हैं. मिनिरल कॉरपोरेशन के अध्यक्ष गिरीश देवांगन और कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल भी रवाना हो गए हैं. प्रदेश के सभी विधायकों को आज दिल्ली बुलाया गया है. राहुल गांधी के समर्थन में ईडी दफ्तर के सामने प्रदर्शन होगा.

इसके पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने कहा था कि ” नेशनल हेराल्ड को जीवित रखने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा ऋण दिया गया और कोई अपराध नहीं किया है, लेकिन नेशनल हेराल्ड पर पाबंदी लगाई गई. उन्हीं के समर्थक और उन्हीं के मानने वाले फूट डालो और राज करो की नीति पर चलने वाले लोग उस के माध्यम से 4 दिन से राहुल गांधी को पेशी पर बुला रहे हैं.

वहीं कांग्रेस विधायकों के दिल्ली जाने को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है. विधायकों के दिल्ली दौरे को लेकर भाजपा ने तंज है. रायपुर लोकसभा सांसद सुनील सोनी ने कहा कि कांग्रेस के मंत्री, मुख्यमंत्री दिल्ली में हैं. विधायक भी जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ कांग्रेस विहीन एक सत्ता देखने को मिलेगी.

सांसद ने कहा कि जहां पर ना मुख्यमंत्री है, न मंत्री है और न विधायक हैं. यह कृत्य केवल एक परिवार की परिक्रमा लगाने का है. इसके कारण छत्तीसगढ़ को नुकसान हो रहा है, जिस बात को लेकर जनता ने उन्हें चुना था, लेकिन परिक्रमा लगाने से यह बाज नहीं आ रहे हैं.