चंडीगढ़, पंजाब। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज पंजाब के मानसा जिले पहुंचे और दिवंगत गायक सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता से मुलाकात की. राहुल गांधी ने मूसेवाला की हत्या पर दुःख व्यक्त किया. पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा सहित कई कांग्रेस नेताओं ने चंडीगढ़ हवाईअड्डे पर राहुल गांधी का स्वागत किया. इसके बाद राहुल गांधी सड़क मार्ग से ढाई घंटे की यात्रा कर मूसा गांव पहुंचे. यहां उन्होंने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह और मां चरण कौर से मिलकर शोक जताया.

मूसा गांव की सरपंच हैं मूसेवाला की मां चरण कौर

सिद्धू मूसेवाला की मां चरण कौर मूसा गांव की सरपंच हैं. मूसेवाला ने फरवरी में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में मानसा से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में राजनीतिक करियर की शुरुआत की, हालांकि आम आदमी पार्टी की आंधी में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. उन्हें आप के डॉ विजय सिंगला से हार का सामना करना पड़ा था. 28 मई को आप सरकार ने सिद्धू मूसेवाला समेत 424 लोगों की सुरक्षा घटा दी थी या फिर वापस ले ली थी. इसके 24 घंटे के अंदर 29 मई को ही मूसेवाला की हत्या हो गई थी. हालांकि हत्या के बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार के फैसले को खारिज करते हुए सभी 423 वीआईपी की सुरक्षा वापस लौटाने के आदेश दिए थे. चूंकि 424 में से एक मूसेवाला की हत्या हो चुकी थी.

राहुल गांधी के साथ मूसेवाला की एक पुरानी तस्वीर

राहुल गांधी के दौरे से पहले 2 पूर्व कांग्रेसी मंत्री भ्रष्टाचार में फंसे

इधर राहुल गांधी के दौरे से ठीक पहले ही 2 पूर्व कांग्रेसी मंत्री भ्रष्टाचार में फंस गए हैं. पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को गिरफ्तार कर लिया है. धर्मसोत को अमलोह से सुबह करीब 3 बजे गिरफ्तार किया गया. धर्मसोत के साथ कमलजीत सिंह और चमकौर सिंह को भी विजिलेंस ने पकड़ा है. इन सब पर पेड़ कटाई से लेकर वन विभाग के हर काम में रिश्वतखोरी करने का आरोप है. धर्मसोत के बाद वन मंत्री बने संगत सिंह गिलजियां पर भी FIR दर्ज की गई है. गिलजियां के PA कुलविंदर सिंह और सचिन कुमार पर भी केस दर्ज हुआ है. धर्मसोत कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार में वन मंत्री थे. उन पर 25,000 से अधिक पेड़ों की अवैध कटाई में शामिल होने का आरोप है.

29 मई को हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या

मूसेवाला की 29 मई शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. राहुल गांधी ने पहले भी सोशल मीडिया के जरिए हत्या पर दुख जताया था. उन्होंने कहा था कि होनहार कांग्रेस नेता और प्रतिभाशाली कलाकार सिद्धू मूसेवाला की हत्या से स्तब्ध और दुखी हूं. दुनियाभर से उनके चाहने वालों और प्रशंसकों के प्रति मेरी सवेदनाएं.

अमित शाह ने भी की थी परिवार से मुलाकात

गौरतलब है कि इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता से अलग-अलग मुलाकात की थी. मूसेवाला के माता-पिता ने अमित शाह से हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी.

सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को हुई थी हत्या

जानकारी के अनुसार सिद्धू मूसेवाला के नाम से विख्यात शुभदीप सिंह रविवार को शाम करीब साढ़े 4 बजे घर से निकले थे. उनके साथ दो लोग गुरविंदर सिंह (पड़ोसी) और गुरप्रीत सिंह (चचेरे भाई) भी थे. वे जब अपनी कार में सवार थे, तभी कुछ अज्ञात हमलावरों ने मूसेवाला को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिससे गायक की मौत हो गई, जबकि उनके दो साथी घायल हो गए. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में 24 शॉट के निशान शरीर पर पाए गए. हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है.

हत्या में रूसी AN-94 असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल

मूसेवाला की हत्या में रूसी AN-94 असॉल्ट राइफल के इस्तेमाल की आशंका जताई जा रही है. 24 गोलियां मूसेवाला के शरीर के आर-पार हो गई थीं और एक गोली मूसेवाला के सिर की हड्डी में फंसी हुई थी. सोमवार को 5 डॉक्टरों के पैनल ने मूसेवाला के मृत शरीर का पोस्टमॉर्टम किया था. हमलावरों ने उनपर करीब 30 राउंड फायर किए थे. बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मूसेवाला की हत्या की जांच के लिए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के मौजूदा जज की निगरानी में न्यायिक आयोग के गठन का ऐलान किया है. इस बीच, पुलिस स्टेशन सिटी-1 मानसा में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302, 307, 341, 148, 149 और 120-बी के साथ ही आर्म्स एक्ट की धारा 25, 27, 54 और 59 के तहत 29 मई को प्राथमिकी दर्ज की गई थी.