नई दिल्ली/पटना। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को बिहार की युवाओं की स्थिति और राज्य के विकास संकेतकों को लेकर एक गंभीर बयान दिया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर पोस्ट साझा करते हुए कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में बिहार पिछड़े राज्यों में सबसे निचले स्थान पर है और इसके लिए BJP-JDU सरकार जिम्मेदार है।

राहुल गांधी ने कहा, “बिहार के युवा बखूबी जानते हैं कि पिछले 20 सालों में इस मोदी-नीतीश सरकार ने उनकी आकांक्षाओं का गला घोंटा है, प्रदेश को लावारिस छोड़ दिया है और हर पैमाने पर गर्त में धकेल दिया है।”

उन्होंने आंकड़ों के जरिए स्थिति का विवरण दिया-

शिक्षा

  • कक्षा 9–10 में ड्रॉपआउट दर: 27वां स्थान (29 राज्यों में)
  • कक्षा 11–12 में नामांकन दर: 28वां स्थान (29 राज्यों में)
  • महिला साक्षरता: 28वां स्थान (29 राज्यों में)

रोज़गार

  • सेवा क्षेत्र में रोजगार: 21वां स्थान (29 राज्यों में)
  • उद्योग/उत्पादन क्षेत्र में रोजगार: 23वां स्थान (29 राज्यों में)

स्वास्थ्य

  • शिशु मृत्यु दर: 27वां स्थान (29 राज्यों में)
  • बीमा योजना से स्वास्थ्य सुरक्षा: 29वां स्थान (29 राज्यों में)
  • घर में शौचालय की सुविधा: 29वां स्थान (29 राज्यों में)

मानव विकास

  • मानव विकास सूचकांक (HDI): 27वां स्थान (27 राज्यों में)
  • प्रति व्यक्ति आय (NSDP): 25वां स्थान (25 राज्यों में)

राहुल गांधी ने कहा कि ये आंकड़े सिर्फ संख्या नहीं हैं, बल्कि एक ‘rear-view mirror’ की तरह हैं, जो दिखाता है कि डबल इंजन सरकार बिहार को विकास की राह से कितना पीछे खींच रही है।

उन्होंने आगे कहा कि जितने भी बिहारी युवाओं से मिला हूं, सभी बेहद होनहार और समझदार हैं। अपनी काबिलियत और मेहनत के बल पर हर जगह चमक सकते हैं – पर सरकार ने उन्हें अवसरों की जगह सिर्फ बेरोज़गारी और निराशा दी है। अब वक्त है बदलाव का, बिहार का स्वाभिमान फिर जगाने का। वक्त है महागठबंधन का न्याय संकल्प दोहराने का।

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