नई दिल्ली। देशभर में कोरोना का कहर जारी है. इसी बीच राजनीतिक सियासी पारा भी हाई है. कोरोना संकट की इस घड़ी में लोग ऑक्सीजन और हॉस्पिटल में बेड की कमी से जूझ रहे हैं. बेड न मिलने से लोगों की जान जा रही है. ऐसे में विपक्षी दल मोदी सरकार पर हावी हो रही है. लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमले किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में वायनाड सांसद राहुल गांधी ने कोरोना संकट को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है.
राहुल गांधी का मोदी सरकार पर निशाना
दरअसल, देश कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है, तो वहीं ऐसे में सेंट्रल विस्टा परियोजना को लेकर विवाद शुरू हो गया है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने इसे लेकर सवाल उठाए हैं. राहुल गांधी ने भी ट्वीट करते हुए साफ कहा कि देश को PM आवास नहीं, सांस चाहिए !
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी सेंट्रल विस्टा परियोजना लगातार विवादों में फंसती दिख रही है. दिल्ली में इस प्रोजेक्ट पर काम तो जारी है, लेकिन कोरोना काल में इसे रोकने की मांग जोर पकड़ रही है. बीते शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हुई है. याचिकाकर्ता की तरफ से जोर देकर कहा गया है कि समय की गंभीरता को समझते हुए इस परियोजना को अभी के लिए रोक देना चाहिए.
जानिये क्या है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट?
राजपथ पर करीब 2.5 किमी लंबे रास्ते को सेंट्रल विस्टा कहा जाता है. वहीं इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक सेंट्रल विस्टा मार्ग में करीब 44 इमारत आती हैं. संसद भवन, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक आदि शामिल हैं. इस पूरे जोन को रि- प्लान किया जा रहा है, जिसका नाम सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट रखा गया है, इसकी लागत करीब 30 हजार करोड़ रुपए है.
बनेगा संसद भवन
विस्टा प्रोजेक्ट में पुराने गोलाकार संसद भवन के सामने करीब 13 एकड़ जमीन पर नया तिकोना संसद भवन बनेगा. इस जमीन पर अभी पार्क, अस्थायी निर्माण और पार्किंग हैं. ये सब हटेगा. नए संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के लिए एक-एक इमारत होगी, लेकिन सेंट्रल हॉल नहीं होगा.