नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सांसद के तौर पर मिले 12 तुगलक लेन स्थित सरकारी आवास को खाली कर दिया है. केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सांसदी जाने के बाद उन्हें बंगला खाली करने का नोटिस मिला था. इसके लिए उन्हें 22 अप्रैल तक की तारीख दी गई थी, लेकिन राहुल गांधी ने पहले ही उसे छोड़ दिया. राहुल गांधी के घर का सामान यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी के आवास पर शिफ्ट किया गया है. शुक्रवार शाम को कई ट्रक 12 तुगलक लेन स्थित राहुल गांधी के आवास पहुंचे और वहां से उनके सामान को लादकर सोनिया गांधी के घर पर छोड़ा गया.

कब मिला था नोटिस?

सजा सुनाए जाने के अगले दिन 24 मार्च को राहुल गांधी को संसद की सदस्यता के लिए अयोग्य करार दिया गया था. इसके बाद हाउस कमेटी ने 27 मार्च को राहुल गांधी को नोटिस देकर एक महीने के अंदर सरकारी आवास खाली करने को कहा था. इस पर उन्होंने लोकसभा सेक्रेटरी को पत्र लिखकर कहा था कि वह लोकसभा में पिछले चार बार से चुने हुए सदस्य रहे हैं. इस कारण यहां काफी अच्छा समय बीता. इसको लेकर मेरे पास काफी अच्छी यादें हैं. आपने जो भी कहा मैं उसका पालन करूंगा. राहुल गांधी को नोटिस मिलने के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने उन्हें अपना घर ऑफर किया था. दिल्ली की एक महिला ने अपना घर राहुल गांधी के नाम कर दिया था.

वायनाड में राहुल ने भरी हुंकार

राहुल गांधी 2019 में केरल के वायनाड से सांसद चुने गए थे. सांसदी जाने के बाद वह बुधवार (12 अप्रैल) को पहली बार वायनाड पहुंचे जहां उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोला. जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा था कि मेरा घर 50 बार सीज करो, लेकिन मैं जनता के मुद्दे उठाता रहूंगा. आप लोगों को जितना भी डराने की कोशिश करिए, लेकिन फिर भी मैं उनके लिए लड़ता रहूंगा. हम किसी भी धमकी से नहीं डरते हैं.

घर से कई अच्छी यादें जुड़ी-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने लोकसभा सेक्रेटरी को अपने जवाब में लिखा था- ‘मैं 4 बार लोकसभा सांसद चुना गया. यह लोगों का जनादेश है, जिसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं. मेरी इस घर से कई अच्छी यादें जुड़ी हुई हैं. मैं नोटिस में दिए गए आदेश का पालन करूंगा. 2004 में अमेठी से पहली बार सांसद चुने जाने पर राहुल को यह बंगला 2005 में अलॉट किया गया था.’