रायपुर। छत्तीसगढ़ पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता जताई है. राहुल गांधी ने कहा कि देश की हालत सभी जानते हैं किसानों की समस्या, आत्महत्या अर्थव्यवस्था की हालत, बेरोजगारी सब जानते हैं दोहराने की जरूरत नहीं है. बिना सबको लिए हर धर्म को, हर जाति को, आदिवासी, दलित और पिछड़ों को लिए बिना देश की अर्थव्यवस्था नहीं चलाई जा सकती. जब तक इस देश को जोड़ेंगे नहीं, जब इस देश की आवाज लोकसभा, विधानसभा मे नहीं सुनाई देगी कितना भी जोर लगा लो व्यवस्था बदल नही पाएगी. अर्थव्यवस्था को किसान, गरीब, आदिवासी चलते है सिर्फ दस, पंदह लोगो को आप पैसा दे दो तो देश की अर्थव्यवस्था चल नहीं सकती. राहुल गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था जब अन्य प्रदेशों से आगे बढ़ती दिखती है तो यह पता चलता है कि तोड़ने से कुछ बनाया नहीं जा सकता. भाई से भाई को लड़ाकर देश नहीं बनाया जा सकता. इसी फेस्टिवल में दिखेगा कि अनेकता से ही एकता बनती है. यही हमारा लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ में सब लोग मिलकर आगे बढ़ेंगे.

सरकार चलाने आदिवासियों की आवाज सुनी जाए

कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद राहुल गांधी ने संबोधित करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले भूपेश बघेल जी ने मुझसे कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासियों का एक बड़ा महोत्सव किया जा रहा है. उनका मुझसे आने के लिए पूछने की भी जरूरत नहीं थी क्योंकि जहां आदिवासियों का कार्यक्रम होता है वहां मुझे आमंत्रण की भी जरूरत नहीं है. मैं यहां हम सब आदिवासी संस्कृति को देखेंगे और समझेंगे लेकिन बात सिर्फ यहां खत्म नहीं हो जाती. मैं चाहता हूँ कि छत्तीसगढ़ सरकार को चलाने में आदिवासियों की आवाज सुनी जाए और उनके विचार सरकार चलाने में शामिल किए जाए. मुझे खुशी है कि छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासियों की बात सुन रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जो यहां हिंसा होती थी उसमें कमी आई है. कमी इसलिए आई है क्योंकि ये सरकार सबकी आवाज सुनती है.

राहुल गाधी शुक्रवार सुबह दिल्ली से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे. यहां वे प्रदेश सरकार द्वारा पहली बार आयोजित किये जा रहे  राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने पहुंचे हैं. तीन दिवसीय इस समारोह में देश के 25 राज्यों से आदिवासी नृत्य दलों के अलावा युगांडा, बेलारुस सहित कई देशों से आदिवासी नृत्य दल पहुंचे हैं.