रायपुर. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज राजधानी रायपुर में किसानों से ऋण माफी की घोषणा को मरवाही विधायक अमित जोगी ने ढोंग और हास्यपद बताया है. विधायक अमित जोगी ने कहा कि उधर पंजाब और कर्नाटक के किसान कांग्रेस के विरुद्ध हुंकार भर रहे हैं और इधर राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में हुंकार रैली कर रहे हैं. वास्तव में आज राहुल गांधी की हुकार नहीं बल्कि हुकारु रैली थी. दो राज्यों को बना के उल्लू, छत्तीसगढ़ में हुंकार भर रहे हैं कांग्रेस के गुड्डू.

अमित जोगी ने कहा कि पंजाब में सत्ता में आई कांग्रेस, किसानों के दो लाख रुपये तक के कर्ज माफ करने की बात कह रही थी, लेकिन सरकार बने दो साल होने को हैं और कर्ज माफी के नाम पर केवल किसानों को छला गया. पहले चरण में 87 हज़ार किसानों में 83 किसानों के ही ऋण माफ किये गए. वो भी 2 लाख की जगह 5 रुपए और 10 रुपए माफ किए गए. किसानों की गरीबी और मजबूरी का मजाक बनाया गया है. वहीं कर्नाटक में केवल ऋण माफी की घोषणा हुई है. कांग्रेसी नेताओं के दबाव के चलते मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, ऋण माफी के आदेश का क्रियान्वयन करने में असमर्थ हैं. चुनाव पूर्व दो लाख तक का ऋण माफ करने की बात की गई थी. लेकिन सरकार बनने के बाद नियम इतने कड़े कर दिए गए हैं कि कर्नाटक के किसानों को ऋण माफी का लाभ मिलना असंभव है.

अमित जोगी ने कहा कि अगर राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी में हिम्मत है तो जेसीसीजे अध्यक्ष अजीत जोगी  की तरह किसानों को शपथ पत्र दें और लिखें कि सरकार बनने के पहले दिन ही पूरा कर्ज माफ होगा. जोगी ने कहा, लेकिन दोनों नेता ऐसा करेंगे नहीं क्योंकि दोनों केवल छत्तीसगढ़ को खोट देकर वोट बटोरना जानते हैं.

झूठ बोलने का चल रहा कंपीटिशन

अमित जोगी ने कहा कि राहुल गांधी को आजकाल मोदी के साथ झूठ बोलने के कंपीटिशन में आगे निकलने की इतनी जल्दी है कि उन्हें न याद रहता है और न समझ है कि क्या बोलना है. मोदी के मेक इन इंडिया के जुमले के टक्कर में राहुल मेक इन मंदसौर, मेक इन शैलेंद्र नगर और मेक इन शारदा चौक जैसे जुमले और किस्से परोस रहे हैं. ऐसा लगता है कि जुमलेबाजी की राह पर मोदी को पीछे छोड़ना चाहते हैं राहुल गांधी. अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता ने इस बार दिल्ली के दोनों दलों को दिल्ली तक छोड़ कर आने की तैयारी कर ली है. बसपा-जेसीसीजे-सीपीआई महागठबंधन की सरकार बनना तय है.