नई दिल्ली. दिल्ली के रामलीला मैदान में राहुल गांधी ने अब तक का सबसे कड़ा रुख अख्तियार किए नज़र आए. लगभग गरजते हुए राहुल गांधी ने साफ संदेश दिया कि वे अपने बयान पर माफी नहीं मांगेगे क्योंकि वो राहुल सावरकर नहीं हैं. वो राहुल गांधी हैं. वे सच के लिए माफी नहीं मागेंगे. उन्होंने कहा कि वे मर जाएंगे लेकिन माफी नहीं मांगेंगे.
माना जा रहा है कि इस बयान के ज़रिए राहुल गांधी ने आरएसएस पर निशाना साधा है. गौरतलब है कि कालापानी की सज़ा अंग्रेजों से माफी मांगकर खत्म कराई थी. उसके बाद वे कभी आज़ादी की लड़ाई में शामिल नहीं हुए. जबकि संघ परिवार में सावरकर बेदह आदरणीय हैं.
भारत बचाओ रैली की शुरुआत ही उन्होंने संसद में कल हुए हंगामे के ज़िक्र से की. उन्होंने कहा कि उनसे संसद में माफी मांगने को कहा गया. लेकिन वे सच बोलने के लिए माफी नहीं मांगेगे.
गौरतलब है कि झारखंड में चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि नरेंद्र मोदी मेक इन इंडिया का नारा देते थे. लेकिन जहां देखो, वहां रेप इन इंडिया है. इस मसले पर संसद में शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत महिला सांसदों ने इस बयान के लिए माफी मांगने को कहा.
राहुल गांधी ने इस पर माफी मांगने से इंकार करते हुए कहा कि माफी नरेंद्र मोदी को मांगनी चाहिए. माफी उनके असिस्टेंट अमित शाह को मांगनी चाहिए. उन्होंने मोदी पर देश को बर्बाद करने का आरोप लगाया.